Natwar Singh: पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह का शनिवार रात निधन हो गया। वह 95 वर्ष के थे और गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। नटवर सिंह को लगभग दो सप्ताह पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके निधन की जानकारी उनके पारिवारिक सूत्रों ने दी। नटवर सिंह एक प्रमुख कांग्रेसी नेता थे और उन्होंने यूपीए सरकार के दौरान डॉ. मनमोहन सिंह के अधीन विदेश मंत्री के रूप में कार्य किया था। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई दिग्गज नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है। नटवर सिंह के राजनीतिक करियर और योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है।
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करियर में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं
पूर्व राजनयिक और राजनेता नटवर सिंह ने अपने लंबे और प्रतिष्ठित करियर में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं। 2004-05 में उन्होंने मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में विदेश मंत्री के रूप में कार्य किया। नटवर सिंह का करियर 1953 में शुरू हुआ, जब उन्हें भारतीय विदेश सेवा (IFS) के लिए चुना गया। उन्होंने 1984 तक इस सेवा में काम किया, जिसके बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा।
कांग्रेस के टिकट पर भरतपुर से लड़ा चुनाव
साल 1984 में, नटवर सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर राजस्थान के भरतपुर से चुनाव लड़ा और लोकसभा सांसद बने। 1985 में, उन्हें केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई, और उन्हें इस्पात, कोयला, खान, और कृषि विभाग आवंटित किए गए। 1986 में, नटवर सिंह को विदेश मामलों का राज्य मंत्री बनाया गया, जहां उन्होंने अंतरराष्ट्रीय संबंधों में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
पाकिस्तान में भारत के राजदूत के रूप में भी सेवा की
नटवर सिंह ने पाकिस्तान में भारत के राजदूत के रूप में भी सेवा की, जो उनकी कूटनीतिक दक्षता और अनुभव का प्रमाण है। उनके निधन के साथ ही भारत ने एक अनुभवी राजनयिक और राजनेता खो दिया है। वे राजस्थान के भरतपुर जिले के रहने वाले थे। उन्होंने अजमेर के मेयो कॉलेज और ग्वालियर के सिंधिया स्कूल से पढ़ाई की।
एक दर्जन किताबें भी लिखीं
उनको 1987 में न्यूयॉर्क में आयोजित निरस्त्रीकरण और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन का अध्यक्ष चुना गया था। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 42वें सत्र में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भी किया था। उन्होंने ‘द लिगेसी ऑफ नेहरू: ए मेमोरियल ट्रिब्यूट’, ‘टेल्स फ्रॉम मॉडर्न इंडिया’, ‘ट्रेजर्ड एपिस्टल्स’ और आत्मकथा ‘वन लाइफ इज नॉट इनफ’ सहित लगभग एक दर्जन किताबें भी लिखीं।
पीएम मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल अकाउंट एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, नटवर सिंह के निधन से दुखी है। उन्होंने कूटनीति और विदेश नीति की दुनिया में समृद्ध योगदान दिया। वह अपनी बुद्धिमत्ता के साथ-साथ बेहतरीन लेखन के लिए भी जाने जाते थे। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं।
सीएम भजनलाल शर्मा ने व्यक्त की संदेवना
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री के निधन पर दुख जताया है। सीएम शर्मा ने सोशल मीडिया पर लिखा, भारत सरकार में पूर्व विदेश मंत्री, पद्म विभूषण से सम्मानित नटवर सिंह के निधन का समाचार अत्यन्त दुःखद है। उन्होंने आगे लिखा, प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिवार को इस दुख की घड़ी में संबल प्रदान करें।