Maharashtra: महाराष्ट्र कैबिनेट ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। कैबिनेट ने महाराष्ट्र राज्य कौशल विश्वविद्यालय (एमएसएसयू) का नाम दिवंगत रतन टाटा के नाम पर रखने को मंजूरी दे दी है। यह निर्णय रतन टाटा की कुशलता, उनके योगदान और उनके द्वारा देश में शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में किए गए कार्यों की सराहना के रूप में लिया गया है। इस कदम से न केवल रतन टाटा की विरासत को सम्मान मिलेगा, बल्कि विश्वविद्यालय को भी उनकी प्रेरणा से आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा।
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युवाओं को उच्च कौशल के साथ रोजगार के लिए तैयार करना
महाराष्ट्र राज्य कौशल विश्वविद्यालय (एमएसएसयू) का उद्देश्य युवाओं को उच्च कौशल प्रदान कर उन्हें रोजगार के लिए तैयार करना है। यह महाराष्ट्र का पहला कौशल विश्वविद्यालय है, जहां विभिन्न क्षेत्रों जैसे इंजीनियरिंग, प्रबंधन (मैनेजमेंट), और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) में रोजगार से जुड़े कौशल पाठ्यक्रम (स्किल कोर्स) संचालित किए जाते हैं। इसके साथ ही, विश्वविद्यालय में छात्रों को प्रायोगिक प्रशिक्षण (ट्रेनिंग) भी प्रदान की जाती है, जिससे वे अपने चुने हुए क्षेत्र में अधिक सक्षम बन सकें।
कृषि समुदाय के लिए एक विशेष निगम की स्थापना
महाराष्ट्र कैबिनेट ने ठाणे, रायगढ़ और पालघर जिलों में अधिकतर रहने वाले कृषि समुदाय के लिए एक विशेष निगम की स्थापना को मंजूरी दी है। यह समुदाय मुख्य रूप से मछली पालन, नमक उत्पादन और धान की खेती में संलग्न है। इस निगम का उद्देश्य कृषि समुदाय के विकास को बढ़ावा देना, उनके आर्थिक स्थिति को सुधारना, और संबंधित उद्योगों में दक्षता बढ़ाना है। इसके माध्यम से किसानों को बेहतर संसाधन, तकनीकी सहायता और बाजार में अपनी उपज को उचित मूल्य दिलाने में मदद मिलेगी। यह पहल इस क्षेत्र के कृषि व्यवसाय को सशक्त बनाने में सहायक होगी और स्थानीय समुदाय के लिए रोजगार के नए अवसर प्रदान करेगी।
हल्की गाड़ियों को नहीं देना होगा टोल टैक्स
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं, जो प्रदेशवासियों को राहत देंगी। इनमें हल्के वाहनों का टोल टैक्स फ्री करने का निर्णय शामिल है। अब से, मुंबई में प्रवेश करने वाले सभी 5 टोल नाकों पर हल्के वाहनों के लिए टोल समाप्त कर दिया गया है। यह टोल नाके हैं: दहिसर, मुलुंड, वाशी, ऐरोली और तीनहाथ नाका। इस फैसले का प्रभाव 15 अक्टूबर की रात 12:00 बजे से लागू होगा, जिससे छोटी गाड़ियां बिना टोल शुल्क के इन नाकों से आ-जा सकेंगी। यह निर्णय न केवल स्थानीय निवासियों के लिए आर्थिक राहत प्रदान करेगा, बल्कि मुंबई में ट्रैफिक को भी कम करने में मदद करेगा।
शिंदे सरकार के अन्य बड़े फैसले
महाराष्ट्र सरकार ने हाल ही में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं, जिनका उद्देश्य विभिन्न समुदायों और क्षेत्रों को राहत पहुंचाना है। इन फैसलों से विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे लोगों को प्रोत्साहन मिलेगा और उनका जीवन स्तर सुधारने में मदद मिलेगी।
होम गार्डों का वेतन बढ़ाना: सरकार ने होम गार्डों का वेतन लगभग दोगुना कर दिया है, जिससे लगभग 50,000 होम गार्ड को लाभ होगा। यह निर्णय उनके कार्य को मान्यता देने और उनके जीवन स्तर में सुधार करने के लिए उठाया गया है।
आईटीआई संस्थानों के नाम बदलना: राज्य के कई आईटीआई (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) के नाम भी बदल दिए गए हैं, जिससे इन संस्थानों की पहचान और महत्त्व को और बढ़ाया जा सके।
मदरसों के शिक्षकों का वेतन बढ़ाना: एकनाथ शिंदे सरकार ने महाराष्ट्र के मदरसों में पढ़ाने वाले शिक्षकों का वेतन भी दोगुना कर दिया है। यह कदम उन शिक्षकों को समर्थन देने और उनकी मेहनत को मान्यता देने के लिए उठाया गया है।