LokSabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी पार्टियां जोरों शोरों से चुनाव प्रचार कर रही हैं। इसके साथ ही सभी पार्टियों ने ज्यादातर सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। हालांकि कुछ लोकसभा सीटें ऐसी भी हैं, जिन पर अभी तक कुछ पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान नहीं किया है। कांग्रेस ने भी अभी तक कुछ सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान नहीं किया है।
इनमें उत्तर प्रदेश में की अमेठी और रायबरेली की सीटें भी शामिल हैं। आगामी लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस अब तक अपने 250 से ज्यादा उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर चुकी है लेकिन अमेठी और रायबरेली को लेकर फैसला नहीं लिया गया है।
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राहुल गांधी ने दिया अमेठी सीट पर जवाब:
दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज बुधवार को गाजियाबाद में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने अमेठी की सीट को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब दिया। जब प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनसे पूछा गया कि क्या वह अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ेगे।
इस सवाल के जवाब में कांग्रेस सांसद ने इसे भारतीय जनता पार्टी का सवाल बताया। इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि अमेठी की सीट पर फैसला कांग्रेस पार्टी करेगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी से उन्हें जो भी आदेश मिलेगा, वह उसका पालन करेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि ऐसे फैसले सीईसी (केंद्रीय चुनाव समिति) की बैठक में लिए जाते हैं।
ओपन माइंडेड तरीके से की सीट शेयरिंग:
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब राहुल गांधी से पूछा गया कि पहली बार कांग्रेस इतनी कम सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ रही है। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि इस बार पार्टी ने फैसला लिया है कि चुनाव INDIA गठबंधन लड़ेगा। इसी को ध्यान में रखते हुए गठबंधन ने सीट शेयरिंग की है।
साथ ही उन्होंने कहा कि इस बार सीट शेयरिंग दिल खोलकर और ओपन माइंडेड तरीके से की है। राहुल गांधी ने आगे कहा कि पार्टी चाहती है कि ओपन माइंडेड तरीके से लोकसभा चुनाव लड़ा जाए। इसलिए गठबंधन के साथियों को स्पेस दिया है।
अमेठी और रायबरेली सीट बनी पहेली:
पिछले लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने अपनी पहली ही सूची में अमेठी और रायबरेली सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया था। राहुल गांधी ने अमेठी से और सोनिया गांधी ने रायबरेली से चुनाव लड़ा था। लेकिन 2024 के चुनावों को लेकर अभी तक कांग्रेस ने इन दोनों सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान नहीं किया है। बता दें कि इन दोनों सीटों को गांधी परिवार का गढ़ माना जाता है।
पहले कयास लगाए जा रहे थे कि प्रियंका गांधी को रायबरेली से चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है लेकिन अभी तक आधिकारिक तौर पर इस बारे में कुछ नहीं कहा गया। पिछली बार इस सीट से सोनिया गांधी जीती थीं लेकिन अब वह राज्यसभा चली गई हैं। वहीं राहुल गांधी ने केरल की वायनाड सीट से एक बार फिर नामांकन दाखिल किया है।
अमेठी में राहुल को हराया था स्मृति ईरानी ने:
पिछले लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने केरल की वायनाड और यूपी की अमेठी सीट से चुनाव लड़ा था। वायनाड में तो राहुल गांधी ने जीत हासिल की थी लेकिन अमेठी में बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने उन्हें हरा दिया था। इस बार भी राहुल गांधी ने वायनाड से तो नामांकन भर दिया है लेकिन अभी तक अमेठी को लेकर संस्पेस बरकार है। अमेठी सीट को कांग्रेस का गढ़ जाता था। राहुल गांधी अमेठी सीट से 2004, 2009 और 2014 में लोकसभा चुनाव जीते थे लेकिन 2019 के चुनाव हार गए थे।
यूपी में कांग्रेस को 80 में से 17 सीटें:
इंडी गठबंधन में सीट शेयरिंग के तहत उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को 80 में से में 17 सीटें दी गई है। अमेठी और रायबरेली की सीटें भी कांग्रेस के पास ही हैं। वहीं कयास लगाए जा रहे थे कि रायबरेली से प्रियंका गांधी और अमेठी से राहुल गांधी को मैदान में उतारा जा सकता है। हालांकि अभी तक दोनों ही सीटों पर स्थिति स्पष्ट नहीं है।
वहीं राहुल गांधी ने एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि लोगों से अमेठी में स्मृति ईरानी को सांसद बनाने की जो भूल हुई, अब लोग उससे आगे बढ़ेगे। साथ ही उन्होंने कहा कि वह किसी को चुनौती देने के लिए चुनाव नहीं लड़ेगे।