LokSabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल गर्म है। जहां हर कोई इस वक़्त अपनी पार्टी के प्रचार-प्रसार में लगा है, वहीं कांग्रेस पार्टी को एक और बड़ा झटका लगा है| कांग्रेस पार्टी के एक प्रमुख नेता ने पार्टी पर आरोप लगते हुए इस्तीफा दे दिया है| उन्होंने पार्टी पर आरोप लगाया कि पार्टी सिर्फ मुसलमानों का वोट चाहती है परंतु टिकट देकर उन्हें कैंडिडेट नहीं बनाना चाहती। मुस्लिम नेताओं को टिकट नहीं देने पर कांग्रेस नेता मोहम्मद आरिफ नसीम खान ने अपना आक्रोश व्यक्त किया है।
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अभियान समिति से दिया इस्तीफा:
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस पार्टी द्वारा महाराष्ट्र में किसी भी मुस्लिम नेता को टिकट नहीं देने पर महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता मोहम्मद आरिफ नसीम खान आक्रोश व्यक्त किया है। उन्होंने पार्टी की अभियान समिति से भी त्यागपत्र दे दिया है। महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गुट ने एक भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं उतारा है, इसलिए उन्होंने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर घोषणा की कि वह लोकसभा चुनाव में प्रचार नहीं करेंगे।
AIMIM ने दिया टिकट का ऑफर:
महा विकास अघाड़ी गुट से नाराज कांग्रेस नेता नसीम खान को एमआईएम (AIMIM) सांसद इम्तियाज जलील ने खुला ऑफर दिया है। दरअसल, इम्तियाज ने नसीम खान को मुंबई से AIMIM के टिकट पर चुनाव लड़ने का खुला ऑफर दिया है। AIMIM सांसद इम्तियाज ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट लिखा।
इस पोस्ट में उन्होंने नसीम खान के लिए लिखा कि सिर्फ स्टार प्रचारक के पद से इस्तीफा क्यों? साथ ही उन्होंने लिखा कि जो पार्टी सिर्फ मुस्लिमों के वोट चाहती है और उनका नेतृत्व नहीं, आपका से ऐसी पार्टी से ही इस्तीफा दे देना चाहिए। आगे उन्होंने नसीम खान को AIMIM के टिकट पर मुंबई से चुनाव लड़ने का न्योता देते हुए लिखा कि यह एक अच्छा सौदा है। साहस दिखाते हुए इसका लाभ उठाइए।
नसीम खान ने खरगे को लिखा पत्र:
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री ने नसीम खान ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लिखे पत्र में कहा कि वह महाराष्ट्र की कुल 48 लोकसभा सीटों में से एमवीए द्वारा एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिए जाने से आहत हैं। साथ ही उन्होंने यह भी लिखा कि महाराष्ट्र के कई मुस्लिम संगठन, नेता और पार्टी कार्यकर्ताओं को अल्पसंख्यक समुदाय से कम से कम एक उम्मीदवार को कांग्रेस द्वारा टिकट दिए जाने की उम्मीद थी लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हुआ।
उनका कहना है कि अब हर पार्टी का नेता और कार्यकर्ता उनसे सवाल कर रहा है आखिर ऐसा क्यों है कि कांग्रेस मुस्लिमों का वोट तो चाहती है परन्तु उन्हे अपना उम्मीदवार नहीं बनाना चाहती| उन्होंने खरगे को पत्र में लिखा कि उनके पास मुसलमानों के इस सवाल का कोई जवाब नहीं है इसलिए वह उनका सामना नहीं कर सकते है| बता दें नसीम खान ने महाराष्ट्र कांग्रेस अभियान समिति से भी इस्तीफा देने की घोषणा की।
कांग्रेस अपनी विचारधारा से दूर हो रही:
शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के साथ कांग्रेस गठबंधन में महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से 17 पर चुनाव लड़ रही है। वे विपक्षी महाविकास अघाड़ी (MVA) के सदस्य हैं। वहीं 2019 में मोहम्मद आरिफ खान विधानसभा चुनाव में 409 वोटों से हार गए थे।
इसलिए मुंबई उत्तर मध्य उनका काटकर पार्टी ने इस सीट पर वर्षा गायकवाड़ को सिंबल दिया है। समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए खान ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस समावेशिता की अपनी पुरानी सोच से दूर होती जा रही है। उनका कहना था कि अल्पसंख्यकों का प्रतिनिधित्व करने वाले पार्टी और संगठनों उन्हें फ़ोन करके यह सवाल पुछा है कि जब कांग्रेस महाराष्ट्र में टिकट बाँट रही थी तो मुस्लिम कम्युनिटी को नजरअंदाज क्यों किया गया|
खान ने कहा कि वह इस बात नहीं समझ पा रहे हैं कि अल्पसंख्सक समूहों के साथ ऐसा अन्याय क्यों किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी अपनी विचारधारा और सभी समुदायों के प्रतिनिधित्व देने के वादे से भटक गई है।