Lok Sabha Elections: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए दो महीनों से भी अधिक समय तक चला मैराथन अब अपने अंतिम पड़ाव पर आ गया है। सातवें चरण में उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल की 13 सीटों पर शनिवार यानी एक जून को वोटिंग होगी। गुरुवार को वाराणसी और गोरखपुर सहित उत्तर प्रदेश की 13 लोकसभा सीटों के लिए चुनाव प्रचार खत्म हो गया। चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में प्रदेश की इन सीटों पर पक्ष और विपक्ष के शीर्ष नेताओं ने जमकर प्रचार किया। आज समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने महराजगंज में रैली की वहीं एक दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महराजगंज, देवरिया, बलिया और सोनभद्र में जनसभाओं को संबोधित किया था।
Table of Contents
13 सीटों पर 10 महिला सहित 144 प्रत्याशी मैदान में
लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के 13 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में वाराणसी, मिर्जापुर, रॉबर्ट्सगंज, चंदौली, गाजीपुर, सलेमपुर, बलिया, घोसी, महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया और बांसगांव शामिल हैं। इन 13 सीटों पर 144 प्रत्याशी चुनावी मैदान में टाल ठोक रहे है। इनमें 10 महिलाएं और 134 पुरुष उम्मीदवार है।
वाराणसी से पीएम मोदी
पूरे देश की निगाहें सिर्फ यूपी की वाराणसी सीट पर होगी। क्योंकि यहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार अपनी जीत के लिए उम्मीदवार बनकर खड़े हुए हैं। पीएम मोदी ने पिछली बार 2019 में समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी शालिनी यादव को 4,79,505 मतों से हराया था। इस बार इंडिया गठबंधन से कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय को मैदान में उतारा है। वाराणसी में उनकी बहुत लंबे समय से पकड़ है। वहीं बसपा ने पूर्व पार्षद सैयद नियाज अली को प्रत्याशी बनाया है।
महाराजगंज
महाराजगंज भी यूपी की हॉट सीटों में से एक है। बीजेपी ने इस सीट से छह बार के सांसद रह चुके पंकज चौधरी मैदान में उतरा है। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी अब तक इस सीट से 8 बार चुनाव लड़ चुके हैं। उनके सामने कांग्रेस ने विधायक वीरेंद्र चौधरी को खड़ा किया है। वहीं बसपा ने मोहम्मद मौसमे आलम को उम्मीदवार बनाया है।
मीरजापुर
बीजेपी और अपना दल (सोनेलाल) की गठबंधन की प्रत्याशी अनुप्रिया पटेल तीसरी बार इस सीट से उतारा है। अनुप्रिया केंद्रीय उद्योग और वाणिज्य मंत्री भी है। उनके सामने इंडिया गठबंधन से सपा के प्रत्याशी राजेंद्र बिंद है। वहीं, बसपा ने बगैर गठबंधन से मनीष त्रिपाठी को चुनावी मैदान में उतारा है।
सलेमपुर
इस बार सलेमपुर सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला बनता नजर आ रहा है। इस सीट से भाजपा ने रविंद्र कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, सपा से पूर्व सांसद रमाशंकर राजभर विद्यार्थी को प्रत्याशी बनाया है। बसपा से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर चुनावी मैदान में उतारा है।
बलिया
बीजेपी ने इस सीट से सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त का टिकट काटकर पूर्व प्रधानमंत्री वह आठ बार सांसद रहे चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर को मौका दिया है। इंडिया गठबंधन ने सनातन पांडे को दोबारा मैदान में उतारा है। वहीं बसपा ने सेना रिटायर लल्लन यादव को मैदान में उतारा है।
घोसी
इस सीट पर मुख्तार अंसारी का दबदबा रहता था, लेकिन इस बार मुख्तार अंसारी के प्रभाव काफी दूर है। यहां पर भाजपा और एनडीए गठबंधन से ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर मैदान में उतारा है। वहीं इंडिया गठबंधन से सपा के सचिव राजीव राय बसपा से पूर्व सांसद बालकृष्ण चौहान को टिकट दिया है।
चंदौली
चंदौली से 2014 और 2019 में जीत के बाद भाजपा ने एक बार फिर सांसद डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडे को मौका दिया है। इंडिया गठबंधन से समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री रहे वीरेंद्र सिंह को चुनावी मैदान में उतरा है। बसपा से सत्येंद्र मौर्य पीडीएम से प्रगतिशील मानव समाज पार्टी से जवाहर बार मैदान में ताल ठोक रहे है।
गाजीपुर
बीजेपी ने इस सीट पर नए चेहरे का मौका देते हुए पारसनाथ राय को मैदान में उतारा है। पिछली बार बसपा से सांसद रहे अफजाल अंसारी को इस बार सपा ने टिकट दिया है। वहीं बसपा ने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र नेता और सुप्रीम कोर्ट के वकील डॉ उमेश कुमार सिंह को उम्मीदवार बनाया है।
रॉबर्ट्सगंज
रॉबर्ट्सगंज से एनडीए की गठबंधन की ओर से अपना दल (एस) ने अपने सांसद पकौड़ी लाल कोल की बहू रिंकी सिंह कोल को टिकट दिया गया है। वह मीरजापुर के छानबे विधानसभा की मौजूदा विधायक हैं। वहीं सपा और कांग्रेस ने छोटे लाल खरवार मैदान में उतारा है।
गोरखपुर
इस सीट से अभिनेता और अभिनेत्री आमने-सामने चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा ने सांसद रवि किशन शुक्ला को दूसरी बार टिकट दिया है। वहीं इंडिया गठबंधन की ओर से अभिनेत्री काजल निषाद चुनावी मैदान में उतरी है।
कुशीनगर
इस सीट से बीजेपी ने मौजूदा सांसद विजय कुमार दुबे को प्रत्याशी बनाया है। वहीं समाजवादी पार्टी से सैंथवार अजय प्रताप सिंह मैदान में उतरे हैं।
देवरिया
बीजेपी ने इस सीट से समाज सेवी शशांक मणि त्रिपाठी को उतारा है। वहीं कांग्रेस ने पूर्व विधायक अखिलेश सिंह को टिकट दिया है। यादव वोट बैंक में सेंधमारने के लिए बसपा ने संदेश यादव को चुनावी मैदान में उतारा है।
बांसगांव
बांसगांव से बीजेपी ने चौथी बार पूर्व सांसद सुभावती पासवान के बेटे कमलेश पासवान को मैदान में उतारा है। वहीं इंडिया गठबंधन ने कांग्रेस के टिकट पर सदन प्रसाद को टिकट दिया है। बसपा ने पूर्व आयकर आयुक्त डॉ रामसमुझ पर दाव लगाया है।