Lok Sabha Election: आगामी लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस को झटके पर झटके लग रहे है। पार्टी के कई दिग्गज नेता कांग्रेस का थामन छोड़ रहे है। कांग्रेस के दिवंगत दिग्गज नेता और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री के करुणाकरण की बेटी पद्मजा वेणुगोपाल गुरुवार को भाजपा में शामिल हो गईं। बीजेपी में शामिल होने से पहले पद्मजा वेणुगोपाल ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। भाजपा में शामिल होने के बाद पद्मजा वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस में कोई नेतृत्व नहीं है। आपको बता दें कि बुधवार को पद्मजा ने वह फेसबुक पोस्ट डिलीट कर दी, जिसमें उन्होंने अपने पाला बदलने की खबरों को खारिज कर दिया था।
मैं काम करना चाहती हूं: पद्मजा
भगवा पार्टी का दामन थामने के बाद पद्मजा ने कहा कि मैं इतने सालों तक कांग्रेस से खुश नहीं थी। मैंने आलाकमान से शिकायत की लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। मेरे पिता की भी यही प्रतिक्रिया थी और वह बहुत नाखुश थे। इसलिए मैंने यह फैसला लिया। मैं काम करना चाहती हूं।
कांग्रेस में नेतृत्व की कम: पद्मजा
पद्मजा ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस नेतृत्व ने ऐसी स्थिति पैदा की कि मुझे ऐसा निर्णय लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा कि 2021 विधानसभा चुनाव जब वह त्रिशूर से चुनाव लड़ीं तो कांग्रेस ने मुझे हरा दिया। मैं जानता हूं कि किसने मेरे खिलाफ काम किया। मैंने इसके बारे में पार्टी से शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
उनके भाई ने फैसले को बताया विश्वासघात
इस बीच उनके भाई और पार्टी सांसद के मुरलीधरन ने गुरुवार को कहा कि पद्मजा का फैसला विश्वासघात है और इससे भाजपा को रत्ती भर भी फायदा नहीं होगा। मुरलीधरन ने कहा कि उनके पिता करुणाकरण ने कभी भी सांप्रदायिकता से समझौता नहीं किया था। जहां तक धर्मनिरपेक्ष मानसिकता वाले लोगों का सवाल है, उनके परिवार के एक सदस्य का भाजपा में शामिल होना एक दुखद परिणाम है।