Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी पार्टियों ने रैलियां और जनसभाएं करना शुरु कर दिया है। आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग से लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी के दो कार्यक्रमों की अनुमति मांगी थी। लेकिन आप पार्टी का आरोप है कि चुनाव आयोग ने ना सिर्फ उनके कार्यक्रम के आवेदन को रिजेक्ट कर दिया बल्कि अभद्र भाषा का प्रयोग भी किया गया।
हालांकि मामला सामने आने के बाद तुरंत कार्यवाही भी हुई है। बताया जा रहा है कि किसी ने चुनाव आयोग की वेबसाइट को हैक कर लिया था, जिसकी वजह से ऐसा हुआ। यह मामला हरियाणा के कैथल का है। हरियाणा में आप पार्टी ने चुनाव आयोग से पार्टी के दो चुनावी कार्यक्रम की इजाजत लेने के लिए आवेदन किया था।
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सात अप्रैल के कार्यक्रम की मांगी गई थी इजाजत:
दरअसल, आम आदमी पार्टी ने हरियाणा में लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी के दो चुनावी कार्यक्रमों की अनुमति के लिए आवेदन किया था। आप पार्टी के हरियाणा इकाई के प्रमुख सुशील गुप्ता का कहना है कि सात अप्रैल को दो चुनावी कार्यक्रमों की चुनाव आयोग से अनुमति मांगी गई थी। उन्होंने बताया कि पार्टी को जवाब में बताया गया कि कार्यक्रमों के लिए अनुमति अस्वीकार कर दी गई है।
लेकिन एक अन्य पत्र में पार्टी के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया। इसके बाद आप नेता सुशील गुप्ता ने चुनाव आयोग से इस मामलें में सख्त कार्यवाही करने की मांग की। सुशील गुप्ता का कहना है कि ऐसी आपत्तिजनक भाषा के इस्तेमाल बहुत ही शर्मनाक है।
तुरंत हुआ एक्शन कर्मचारी निलंबित:
बताया जा रहा है कि कैथल में चुनाव आयोग की वेबसाइट के हैक होने की वजह से ऐसा हुआ है। बताया जा रहा है कि आप पार्टी ने रैली के आयोजन के लिए जिला प्रशासन से अनुमति मांगी थी। यह आवेदन ऑनलाइन किया जाता है। रिपोर्ट के अनुसार, आप पार्टी के आवेदन को रिजेक्ट करके उस पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया।
वहीं आप पार्टी के दूसरे सर्टिफिकेट पर एक अभिनेत्री की तस्वीर लगाकर आवेदन को रद्द कर दिया। जैसे ही यह मामला सामने आया तो जिला प्रशासन ने इस पर एक्शन लिया और एआरओ ब्रह्म प्रकाश ने पांच कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया। इसके साथ ही पुलिस को इस मामले की जानकारी देते हुए जांच के लिए पत्र लिखा।
शायद पासवर्ड हुआ लीक:
लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा होने के साथ ही पूरे देश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई हैं। आचार संहिता लागू होने के बाद राजनीतिक दलों को कहीं भी रैली या जनसभा करने के लिए जिला प्रशासन से अनुमति लेनी होती है। यह अनुमति ऑनलाइन लेनी होती है। इसके लिए चुनाव आयोग ने एक वेबसाइट लॉन्च की हुई है, जिसे ECore नाम दिया गया है। इसी वेबसाइट पर आवेदन और अनुमति की प्रक्रिया होती है।
इसके लिए जिला प्रशासन ने अपने कर्मचारियों को ट्रेनिंग भी दी है। वहीं बताया जा रहा है कि इस वेबसाइट का पासवर्ड कार्यालय के ही किसी कर्मचारी ने बाहर किसी को दे दिया और उसके बाद आप पार्टी के आवेदन पर ऐसी हरकत हुई।
पुलिस कर रही जांच:
इस मामले में जिला प्रशासन ने पुलिस को पत्र लिखकर जानकारी दी। एआरओ ब्रह्म प्रकाश का कहना है कि मामला सामने आते ही तुरंत प्रभाव से पांच कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है, जो इसके लिए जिम्मेदार हैं। सस्पेंड किए गए कर्मचारियों में कंप्यूटर ऑपरेटर और एक जूनियर इंजीनियर भी शामिल हैं। इसके साथ ही जिला प्रशासन ने पुलिस को पत्र लिखकर अज्ञात के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा है। एआरओ का कहना है कि मामले की जांच पुलिस द्वारा की जाएगी।