Jharkhand: झारखंड में एक बार फिर मुख्यमंत्री बदलने के मामले को लेकर सरगर्मी तेज है। सियासी हलचल के बीच चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद हेमंत सोरेन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया है। इस राजनीतिक घटनाक्रम ने राज्य में नई संभावनाओं और बदलावों की स्थिति उत्पन्न कर दी है। सीएम चंपई सोरेन ने बुधवार शाम 7.15 बजे राजभवन पहुंचकर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इसके साथ ही सत्तारूढ़ गठबंधन के नए नेता हेमंत सोरेन ने नई सरकार के लिए दावा पेश कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा।
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तीसरी बार सीएम पद की शपथ लेंगे हेमंत सोरेन
इस दौरान झारखंड कांग्रेस के प्रभारी गुलाम अहमद मीर भी मौजूद हैं। मीडिया खबरों के अनुसार, बताया जा रहा है कि हेमंत सोरेन ने राज्यपाल से आज ही सीएम पद के लिए शपथ दिलाने का अनुरोध किया है। अगर ऐसा होता है तो हेमंत सोरेन तीसरी बार सीएम पद की शपथ लेंगे। बता दें कि पहली बार वह 2013 में सीएम बने थे। इसके बाद दूसरी बार 2019 में झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन ने हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चुनाव लड़ा और उनको प्रदेश की कमान सौंपी गई थी।
हेमंत सोरेन को फिर चुना गया विधायक दल का नेता
झारखंड की राजनीति में जारी उठापटक के बीच आज दोपहर हेमंत सोरेन के कांके रोड स्थित आवास पर आयोजित सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों की बैठक में हेमंत सोरेन को फिर से विधायक दल का नेता चुना गया। इस बैठक में कांग्रेस और झामुमो के कई प्रमुख नेता मौजूद रहे।
विधानसभा चुनाव में गठबंधन की अगुवाई करेंगे सोरेन
सीएम चंपई सोरेन ने इस मीटिंग में खुद पद छोड़ने और हेमंत सोरेन को नेता चुने जाने का प्रस्ताव रखा। इसके बाद सभी विधायकों ने सहमति जाहिर जताई। यह भी तय हुआ कि अगले तीन से चार महीने में होने वाले विधानसभा चुनाव में गठबंधन की अगुवाई हेमंत सोरेन ही करेंगे।
पांच महीने बाद जेल से हुए हेमंत
आपको बता दें कि बीते माह 28 जून को पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को झारखंड हाईकोर्ट से रेगुलर जमानत मिली थी। करीब पांच महीने जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने प्रदेश की राजनीतिक परिस्थितियां अचानक से बदल करने लगे। एक दिन पहले मंगलवार को हेमंत सोरेन ने सीएम चंपई सोरेन से मिले थे। बीते 31 जनवरी को ईडी ने जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में जब हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था।