Jammu Kashmir: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा के समर्थन में प्रचार करते हुए विपक्ष पर तीखे हमले किए। डोडा में आयोजित एक बड़ी चुनावी रैली में उन्होंने परिवारवाद, आतंकवाद, पत्थरबाजी, कश्मीरी पंडितों की दुर्दशा और अनुच्छेद 370 जैसे मुद्दों को उठाते हुए कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और पीडीपी को आड़े हाथों लिया। पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि इस बार का चुनाव जम्मू-कश्मीर के भविष्य के लिए निर्णायक साबित होगा। उन्होंने इसे तीन राजनीतिक परिवारों और राज्य के युवाओं के बीच की लड़ाई बताया। जम्मू-कश्मीर में होने वाला चुनाव तीन खानदानों और यहां के नौजवानों के बीच है, मोदी ने कहा। उनका इशारा कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी जैसे राजनीतिक दलों की ओर था, जो दशकों से राज्य की राजनीति में प्रमुख भूमिका निभाते आए हैं।
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परिवारवादी दलों ने केवल अपने स्वार्थ साधे
प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि इन परिवारवादी दलों ने जम्मू-कश्मीर के विकास को रोककर केवल अपने स्वार्थ साधे हैं। उन्होंने आतंकवाद और पत्थरबाजी के मुद्दों पर भी बात करते हुए कहा कि इन दलों की नीतियों ने राज्य को पीछे धकेल दिया और युवाओं को हिंसा के रास्ते पर ले जाने का काम किया।
कश्मीरी पंडितों की पीड़ा का भी किया जिक्र
मोदी ने अनुच्छेद 370 के हटाए जाने को ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि इससे राज्य में शांति और विकास का रास्ता खुला है। उन्होंने कश्मीरी पंडितों की पीड़ा का जिक्र करते हुए कहा कि पिछली सरकारों ने उनकी समस्या को कभी गंभीरता से नहीं लिया। पीएम ने भाजपा की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि उनकी सरकार जम्मू-कश्मीर के युवाओं के लिए रोजगार, विकास और शांति लाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी पर तीखा हमला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में चुनाव प्रचार के दौरान तीन प्रमुख राजनीतिक परिवारों—कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और पीडीपी—पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि इन तीनों दलों ने जम्मू-कश्मीर की जनता के साथ जो किया है, वह “किसी पाप से कम नहीं है।” पीएम मोदी का यह बयान डोडा में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए आया, जहां उन्होंने परिवारवाद और राजनीतिक भ्रष्टाचार पर निशाना साधते हुए कहा कि इन खानदानों ने दशकों से राज्य की राजनीति और विकास को रोककर रखा है।
अनुच्छेद 370 के हटाने के बाद से विकास और शांति
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 10 सालों में जम्मू-कश्मीर में जो बदलाव आया है, वह किसी सपने से कम नहीं है। अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद से राज्य में विकास और शांति की दिशा में कई सकारात्मक कदम उठाए गए हैं। प्रधानमंत्री ने दावा किया कि आतंकवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है और इस बार का चुनाव राज्य की किस्मत तय करेगा।
जम्मू-कश्मीर की जनता आतंकवाद में पिसती रही
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डोडा में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए जम्मू-कश्मीर की जनता से भाजपा के पक्ष में मतदान करने की अपील की। अपने भाषण में उन्होंने आतंकवाद और परिवारवाद को लेकर कांग्रेस और स्थानीय पार्टियों, खासकर नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और पीडीपी पर तीखा हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा कि दशकों तक जम्मू-कश्मीर की जनता आतंकवाद की चपेट में रही, जबकि राजनीतिक परिवारों ने अपने फायदे के लिए राज्य के संसाधनों का दुरुपयोग किया। उन्होंने कहा, प्रदेश की जनता आतंकवाद में पिसती रही और परिवारवाद वाले मौज काटते रहे।
90 निर्वाचन क्षेत्रों में 87.09 लाख मतदाता
चुनाव आयोग के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए कुल 90 निर्वाचन क्षेत्रों में 87.09 लाख मतदाता पंजीकृत हैं। इनमें से 42.6 लाख महिला मतदाता हैं, जो राज्य की कुल मतदाता संख्या का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इसके अलावा, इस चुनाव में पहली बार मतदान करने वाले युवा मतदाताओं की संख्या 3.71 लाख है, जो चुनाव प्रक्रिया में एक नई ऊर्जा और उत्साह का संकेत है। विशेष रूप से 20 से 29 वर्ष की आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या 20.7 लाख है, जो चुनाव में एक निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।