Haryana CM Oath Ceremony: हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद, भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। वे 15 अक्टूबर को आयोजित एक भव्य शपथ ग्रहण समारोह में दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। नायब सिंह सैनी को दोबारा इस पद पर नियुक्ति मिली है, जो उनके नेतृत्व और भाजपा की स्थिति को दर्शाता है। समारोह में पार्टी के वरिष्ठ नेता और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति की उम्मीद है। संभावना जताई जा रही है कि इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हो सकते है। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 48 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं, कांग्रेस 37 सीटों पर ही सिमटकर रह गई।
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50 हजार लोग होंगे उपस्थित
नायब सिंह सैनी के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उपस्थित रहेंगे। यह समारोह पंचकूला में आयोजित किया जाएगा, जहां लगभग 50,000 लोगों के उपस्थित रहने की संभावना है। इस भव्य कार्यक्रम में भाजपा शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे, साथ ही केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति भी अपेक्षित है। यह समारोह न केवल सैनी के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, बल्कि यह भाजपा की शक्ति और एकता का भी प्रदर्शन करेगा।
नई कैबिनेट में इनको मिल सकती है जगह
जानकारी के अनुसार, हरियाणा सरकार की नई कैबिनेट में कुछ प्रमुख नेताओं को शामिल किया जा सकता है, जिनमें अनिल विज, कृष्ण लाल मिड्ढा, श्रुति चौधरी, अरविंद कुमार शर्मा, विपुल गोयल, और निखिल मदान शामिल हैं। इन नेताओं की संभावित नियुक्ति से सरकार की कार्यक्षमता और राजनीतिक संतुलन को बनाए रखने में मदद मिल सकती है। नए मंत्रियों के नामों की औपचारिक घोषणा शपथ ग्रहण समारोह के दौरान की जा सकती है।
सैनी ने दिल्ली में पीएम मोदी से की थी मुलाकात
गौरतलब है कि नायब सिंह सैनी ने बुधवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी। इस बैठक के दौरान उन्होंने हरियाणा में पार्टी की स्थिति और आगामी कार्यों पर चर्चा की। इसके बाद, गुरुवार को उन्होंने केंद्रीय मंत्री और हरियाणा भाजपा के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान से भी मुलाकात की। ये मुलाकातें नायब सिंह सैनी के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण से पहले महत्वपूर्ण रणनीतिक चर्चाओं का हिस्सा थीं, जिसमें आगामी योजनाओं और कैबिनेट गठन पर विचार-विमर्श किया गया।