Haryana: हरियाणा में विधानसभा चुनाव के ऐलान के साथ ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) को इस दौरान लगातार झटके लग रहे हैं, जिनमें अब रामनिवास सुरजा खेड़ा का पार्टी से इस्तीफा भी शामिल है। चुनावी माहौल में नेताओं के दल-बदल की गतिविधियाँ बढ़ गई हैं और सभी राजनीतिक दल चुनावी रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
Table of Contents
ये विधायक छोड़ चुके है पार्टी
हरियाणा में विधानसभा चुनाव के करीब आते ही राजनीतिक माहौल में तेजी देखी जा रही है। जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) को लगातार झटके लग रहे हैं, और कई विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं। हाल ही में रामनिवास सुरजा खेड़ा ने भी पार्टी से इस्तीफा दिया है। इसके अलावा, टोहाना से विधायक देवेंद्र बबली, उकलाना से विधायक अनूप धानक, गुहला चीका से विधायक ईश्वर सिंह, शाहबाद से विधायक रामकरण काला और बरवाला से विधायक जोगीराम सिहाग ने पहले ही जेजेपी का साथ छोड़ दिया है।
अब रामनिवास सुरजा खेड़ा ने छोड़ा पार्टी का दामन
रामनिवास सुरजा खेड़ा ने जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) से इस्तीफा देते हुए अपने एक्स अकाउंट पर इस्तीफे की चिट्ठी साझा की। उन्होंने लिखा, होइहे सोइ जो राम रचि राखा। नरवाना परिवार के लिए संघर्ष सदा जारी रहेगा। उनका इस्तीफा जेजेपी के लिए एक और झटका है, खासकर विधानसभा चुनाव के लिहाज से जब पार्टी को सत्ता में बनाए रखने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।
रामनिवास खेड़ा ने अजय चौटाला को भेजा इस्तीफा
रामनिवास सुरजा खेड़ा का इस्तीफा जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के लिए एक और बड़ा झटका है, खासकर विधानसभा चुनावों के करीब। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला को भेजे गए पत्र में स्पष्ट किया है कि पिछले दो वर्षों में पार्टी की गतिविधियां उनकी राजनीतिक विचारधारा से मेल नहीं खातीं। इस इस्तीफे के साथ, उन्होंने पार्टी से सभी पदों, दायित्वों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। यह घटना जेजेपी के भीतर चल रहे असंतोष और नेताओं के बीच बढ़ती निराशा को उजागर करती है।
90 विधानसभा सीटों पर एक चरण में एक अक्टूबर को होगा मतदान
हरियाणा में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर, 90 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान 1 अक्टूबर को होगा। उम्मीदवारों के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 12 सितंबर निर्धारित की गई है, जबकि मतगणना 4 अक्टूबर को होगी। इन चुनावों में नेताओं के दल-बदल और पार्टी बदलने की घटनाओं से सियासी माहौल काफी गर्म है।