Bihar: बिहार में इस साल के अंत में संभावित विधानसभा चुनावों से पहले पटना में महागठबंधन के सभी घटक दलों की अहम बैठक बुधवार को आरजेडी मुख्यालय में आयोजित की गई। करीब ढाई घंटे चली इस बैठक में कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), सीपीआई, सीपीएम, सीपीआई (माले) और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। बैठक में चुनावी रणनीति, साझा कार्यक्रम और समन्वय स्थापित करने पर गहन चर्चा हुई।
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Bihar: बैठक में कई पार्टियों के प्रतिनिधियों ने रखे विचार
महागठबंधन की यह बैठक दोपहर 2:15 बजे शुरू हुई और शाम करीब 5 बजे समाप्त हुई। सबसे पहले कांग्रेस, वाम दलों और वीआईपी के प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे। बैठक के अंतिम चरण में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने अपनी प्रस्तावनाएं प्रस्तुत कीं। इसके बाद एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस भी आयोजित की गई, जिसमें तेजस्वी यादव सहित महागठबंधन के प्रमुख नेता मौजूद रहे।
Bihar: तेजस्वी के नेतृत्व में बनी समन्वय समिति
बैठक के बाद कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने बताया कि बैठक में प्रचार रणनीति, न्यूनतम साझा कार्यक्रम (कॉमन मिनिमम प्रोग्राम), साझा घोषणापत्र तैयार करने, प्रदेश से लेकर प्रखंड स्तर तक संगठनात्मक समन्वय स्थापित करने और वोटर लिस्ट में संभावित धांधली को रोकने जैसे विषयों पर चर्चा की गई। उन्होंने यह भी घोषणा की कि महागठबंधन ने आपसी सहमति से एक समन्वय समिति का गठन किया है, जिसका नेतृत्व तेजस्वी यादव करेंगे।
Bihar: जानिए बैठक में कौन कौन हुए शामिल
राजनीतिक दृष्टिकोण से यह बैठक महागठबंधन की एकजुटता और आगामी चुनावों में साझा रणनीति को मजबूती देने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है। बैठक में आरजेडी की ओर से तीन, कांग्रेस की ओर से चार, माले की ओर से एक, सीपीआई और सीपीएम से एक-एक और वीआईपी से एक प्रतिनिधि ने हिस्सा लिया।
बिहार गरीबी, बेरोजगारी, बढ़ते अपराध में नंबर वन: तेजस्वी यादव
प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने कहा कि सभी दल एकजुट होकर जनता के बीच जाएंगे और नीतीश सरकार के खिलाफ आवाज उठाएंगे। उन्होंने नीतीश कुमार पर कानून व्यवस्था की विफलता का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार में ‘लॉ एंड ऑर्डर’ अब ‘डिसऑर्डर’ बन चुका है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह जिले नालंदा में एक महिला के साथ बर्बरता हुई, जिससे स्पष्ट होता है कि राज्य में कानून नाम की कोई चीज नहीं बची है।
पीएम मोदी और बीजेपी नेताओं ने बिहार की जनता को ठगा
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा नेताओं ने बिहार की जनता को ठगने का काम किया है। उन्होंने कहा कि इतने सांसद देने के बावजूद बिहार को उसके हिस्से का हक नहीं मिला। पलायन, बेरोजगारी, गरीबी, महिला उत्पीड़न जैसे मुद्दों पर बात करते हुए तेजस्वी ने कहा कि दो करोड़ से ज्यादा लोग पलायन कर चुके हैं और बिहार इन मामलों में अव्वल बना हुआ है।
आगामी चुनाव के लिए रणनीति तैयार
महागठबंधन की इस बैठक को आगामी चुनावों की तैयारी के लिहाज से एक मजबूत संकेत माना जा रहा है। सभी दलों की एकजुटता और साझा रणनीति बनाना महागठबंधन को भाजपा-जेडीयू गठबंधन के खिलाफ मजबूती से खड़ा कर सकता है। बैठक के दौरान सभी घटक दलों ने स्पष्ट किया कि वे आपसी मतभेद भुलाकर बिहार की जनता के मुद्दों पर केंद्रित रहेंगे।
आगामी दिनों में महागठबंधन अपनी रणनीति को जमीनी स्तर पर लागू करने की दिशा में आगे बढ़ेगा, जिसके लिए समन्वय समिति की नियमित बैठकें और अभियान तय किए जाएंगे। अब देखना यह होगा कि महागठबंधन की यह एकजुटता बिहार की राजनीति में क्या नया मोड़ लाती है।
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