Sudha Murthy: इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति की पत्नी और मशहूर लेखिका सुधा मूर्ति को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने X हैंडल पर यह जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुधा मूर्ति को राज्यसभा के लिए नामांकित किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की और इसे ‘हमारी नारी शक्ति का एक शक्तिशाली प्रमाण’ बताया है।
राज्यसभा भेजे जाने पर चौंक गई थीं सुधा मूर्ति
सुधा मूर्ति ने राज्यसभा नामांकन पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कभी भी प्रतिष्ठित पद की मांग नहीं की और इसके बारे में उनको बिल्कुल पता नहीं था। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे पता नहीं है मोदी सरकार ने संसद के उच्च सदन के लिए मनोनीत क्यों किया है। सुधा ने कहा कि मैं इस ऐलान से बेहद खुश भी हूं। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है।
PM मोदी ने दी शुभकामनाएं
पीएम मोदी ने एक्स पर कहा कि मुझे खुशी है कि राष्ट्रपति ने सुधा मूर्ति जी को राज्यसभा के लिए नामित किया है। सामाजिक कार्य, परोपकार और शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में सुधा मूर्ति का योगदान बहुत बड़ा और प्रेरणादायक रहा है। राज्यसभा में उनकी उपस्थिति हमारी ‘नारी शक्ति’ का एक शक्तिशाली प्रमाण है, जो हमारे देश की नियति को आकार देने में महिलाओं की ताकत और क्षमता का उदाहरण है। उनके सफल संसदीय कार्यकाल की कामना करता हूं।
जानिए कौन हैं सुधा मूर्ति?
सुधा मूर्ति का जन्म 19 अगस्त 1950 को कर्नाटक हावेरी जिले के शिगांव में हुआ। उनकी शादी साल 1978 में इनंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति से हुई है। सुधा की एक बेटी अक्षरा मूर्ति और बेटे का नाम रोहन मूर्ति है। वह इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष होने के साथ-साथ एक टीचर और राइटर भी हैं। उन्होंने कई किताबें भी लिखी हैं। प्रसिद्ध लेखिका, परोपकारी और इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष सुधा मूर्ति को 74वें गणतंत्र दिवस के मौके पर पद्मश्री से सम्मानित किया गया।