Sanjay Saraogi: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने दरभंगा सदर से विधायक संजय सरावगी को बिहार प्रदेश भाजपा का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह ने 15 दिसंबर 2025 को इसकी औपचारिक घोषणा की। नियुक्ति पत्र में कहा गया है कि यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। सरावगी निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की जगह लेंगे, जो वर्तमान में नीतीश कुमार सरकार में उद्योग मंत्री हैं।
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एक दिन पहले नितिन नवीन बने राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष
यह नियुक्ति पार्टी के हालिया संगठनात्मक बदलावों की कड़ी का हिस्सा है। इससे एक दिन पहले ही बिहार के मंत्री नितिन नवीन को भाजपा का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। सरावगी की नियुक्ति को आगामी विधानसभा चुनावों (2025 में हुए हालिया चुनाव के बाद संगठन मजबूती) और सामाजिक संतुलन के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
Sanjay Saraogi: संजय सरावगी का राजनीतिक सफर
संजय सरावगी वैश्य समुदाय से आते हैं, जो भाजपा का कोर वोट बैंक माना जाता है। वे दरभंगा सदर विधानसभा सीट से लगातार छह बार विधायक चुने गए हैं—फरवरी 2005, अक्टूबर 2005, 2010, 2015, 2020 और 2025 में। इस सीट पर उनकी मजबूत पकड़ है और वे कभी हारे नहीं। फरवरी 2025 में नीतीश कुमार सरकार में उन्हें राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री बनाया गया था।
सरावगी का राजनीतिक जीवन छात्र काल से शुरू हुआ। उन्होंने 10 वर्षों तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) में विभिन्न पदों पर काम किया। 1999 में उन्हें भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) का जिला मंत्री बनाया गया। 2001 में दरभंगा नगर मंडल भाजपा के अध्यक्ष रहे। 2002 में दरभंगा नगर निगम के वार्ड पार्षद चुने गए। 2003 में जिला महामंत्री बने।
Sanjay Saraogi: दरभंगा में हुआ था जन्म
विधायक बनने के बाद उन्होंने कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभालीं। 2017-18 में बिहार विधानसभा की प्राक्कलन समिति के सभापति रहे। वे प्रदेश कार्यसमिति सदस्य, कई जिलों के संगठन चुनाव प्रभारी और सदस्यता प्रभारी भी रह चुके हैं। सरावगी को गो-रक्षा प्रकोष्ठ का संयोजक भी बनाया गया था। शिक्षा की बात करें तो वे एमकॉम और एमबीए हैं। जन्म 28 अगस्त 1969 को दरभंगा में हुआ।
Sanjay Saraogi: नियुक्ति का राजनीतिक महत्व
सरावगी को वैश्य समाज का प्रभावशाली चेहरा माना जाता है। पूर्व अध्यक्ष दिलीप जायसवाल भी इसी समुदाय से थे। पार्टी ने वैश्य वोट बैंक को मजबूत संदेश देने के लिए यह नियुक्ति की है। मिथिलांचल क्षेत्र में सरावगी की मजबूत जमीनी पकड़ पार्टी को फायदा पहुंचाएगी। दिलीप जायसवाल के मंत्री बनने के बाद से ही प्रदेश अध्यक्ष पद खाली होने की चर्चा थी, क्योंकि भाजपा की ‘एक व्यक्ति एक पद’ की नीति है।
नियुक्ति के बाद सरावगी ने कहा, “पार्टी मेरी मां समान है। मैं ईमानदारी, निष्ठा और धैर्य से संगठन को मजबूत करने का काम करूंगा।” मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी सरावगी को बधाई दी और कहा कि वे मंत्रिमंडल में सहयोगी रह चुके हैं, उनकी नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं।
Sanjay Saraogi: पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह
नियुक्ति की घोषणा के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह है। दरभंगा और पटना में बधाइयों का तांता लगा। कई केंद्रीय नेताओं और बिहार के मंत्रियों ने सरावगी को शुभकामनाएं दीं। पूर्व मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि सरावगी के कुशल नेतृत्व से पार्टी और सशक्त होगी।
यह नियुक्ति भाजपा की बिहार में संगठनात्मक रणनीति का हिस्सा है। हालिया विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत के बाद पार्टी अब 2030 के लोकसभा चुनाव और आगे की तैयारियों पर फोकस कर रही है। सरावगी की अनुभवी छवि और जमीनी जुड़ाव से पार्टी को मजबूती मिलने की उम्मीद है।
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