New IAF Chief: भारतीय वायु सेना प्रमुख, एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी सोमवार को सेवानिवृत्त हो गए। अपने कार्यकाल के अंतिम दिन, उन्होंने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर दिवंगत वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद, उन्होंने भारतीय वायु सेना की कमान नवनियुक्त वायुसेना प्रमुख अमर प्रीत सिंह को सौंपी। एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी का कार्यकाल भारतीय वायु सेना के लिए कई महत्वपूर्ण क्षणों और सैन्य सुधारों से भरा रहा है। उनकी सेवानिवृत्ति के साथ, अमर प्रीत सिंह वायुसेना के नए प्रमुख के रूप में भारतीय वायु सेना का नेतृत्व करेंगे, और उनसे सेना में नई चुनौतियों और तकनीकी प्रगति का सामना करने की उम्मीद है।
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वीआर चौधरी को गार्ड ऑफ ऑनर
इसके बाद, एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी को भारतीय वायुसेना के वायु योद्धाओं द्वारा औपचारिक रूप से विदाई सलामी दी गई। इस अवसर पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया। वीआर चौधरी को 29 दिसंबर 1982 को भारतीय वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में कमीशन प्राप्त हुआ था।
4,000 घंटे से अधिक उड़ान का अनुभव
अपने शानदार करियर के दौरान, उन्होंने ऑपरेशन-मेघदूत और ऑपरेशन-सफेद सागर के दौरान संचालित मिशनों में हिस्सा लिया। उनके पास विभिन्न प्रकार के लड़ाकू और ट्रेनर विमानों के संचालन का 4,000 घंटे से अधिक का व्यापक उड़ान अनुभव है, जो उनकी अद्वितीय क्षमता और दक्षता का प्रमाण है। उनकी सेवा भारतीय वायुसेना के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण रही है, और उनके योगदान को हमेशा सराहा जाएगा।
एक बेहतरीन फाइटर पायलट रहे हैं नए वायु सेना प्रमुख
नए वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह एक बेहतरीन फाइटर पायलट होने के साथ-साथ योग्य उड़ान प्रशिक्षक और प्रायोगिक टेस्ट पायलट भी रहे हैं। उन्होंने भारतीय वायुसेना में लगभग 40 वर्षों तक उत्कृष्ट सेवाएं दी हैं। उनकी यह सोच भारत की सुरक्षा रणनीति में एक नया दृष्टिकोण जोड़ती है, जो वैश्विक परिस्थितियों के साथ तालमेल बिठाने और आत्मनिर्भरता के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा को संतुलित करने पर आधारित है।
कमांड, स्टाफ, और विदेशी नियुक्तियों पर दी हैं सेवाएं
इस लंबी और शानदार सेवा के दौरान, अमर प्रीत सिंह ने कई महत्वपूर्ण कमांड, स्टाफ, और विदेशी नियुक्तियों पर अपनी अतुल्य सेवाएं दी हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता, सैन्य कौशल और तकनीकी विशेषज्ञता ने उन्हें वायुसेना में एक मजबूत और आदरणीय अधिकारी के रूप में स्थापित किया है। वायुसेना के नए प्रमुख के रूप में उनकी नियुक्ति भारतीय वायुसेना की भविष्य की दिशा और चुनौतियों से निपटने की उनकी क्षमताओं को और मजबूत करेगी।
5,000 घंटे से अधिक उड़ान का अनुभव
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, नए वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने विभिन्न प्रकार के फिक्स्ड विंग और रोटरी विंग विमानों पर 5,000 घंटे से अधिक उड़ान भरी है। यह उपलब्धि उनकी व्यापक उड़ान विशेषज्ञता और तकनीकी कौशल को दर्शाती है। इस अनुभव के साथ, उन्होंने कई जटिल मिशनों और अभियानों में अपनी भूमिका निभाई है, जिससे उनकी नेतृत्व क्षमता और वायुसेना के प्रति समर्पण का प्रदर्शन हुआ है। उनकी यह योग्यता वायुसेना की बढ़ती चुनौतियों का सामना करने में महत्वपूर्ण साबित होगी।
तरंग शक्ति अभियान में निभाई अहम भूमिका
एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह हाल ही में समाप्त हुए तरंग शक्ति अभियान में अग्रणी भूमिका में रहे। इस अभियान ने भारतीय वायुसेना की ताकत और रणनीतिक क्षमताओं को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। जुलाई में एक कार्यक्रम के दौरान, अमर प्रीत सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए आत्मनिर्भरता बेहद जरूरी है, लेकिन इसे हासिल करने की कोशिश में सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मौजूदा भूराजनीतिक स्थिति (जियोपॉलिटिक्स) ने भारत को आत्मनिर्भर बनने का महत्व सिखाया है, और यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि देश अपने संसाधनों और रक्षा प्रौद्योगिकियों पर निर्भर होकर अपनी सुरक्षा मजबूत करे।