EPFO 3.0: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) अपने 9 करोड़ से अधिक सदस्यों के लिए एक क्रांतिकारी बदलाव लाने की तैयारी में है। EPFO 3.0 नामक नया डिजिटल प्लेटफॉर्म जून 2025 में लॉन्च होने की उम्मीद है, जो कर्मचारियों को यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) और ATM के जरिए तत्काल प्रोविडेंट फंड (PF) निकासी की सुविधा देगा। इसके साथ ही न्यूनतम पेंशन में भी बढ़ोतरी की योजना है। यह पहल न केवल PF निकासी को सरल बनाएगी, बल्कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों की आर्थिक सुरक्षा को भी मजबूत करेगी।
Table of Contents
EPFO 3.0: डिजिटल सुविधाओं का नया दौर
EPFO 3.0 एक उन्नत डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसका उद्देश्य कर्मचारियों को बैंक जैसी सुगम सुविधाएं प्रदान करना है। मौजूदा प्रणाली में PF निकासी के लिए ऑनलाइन क्लेम दाखिल करने के बाद 7-15 दिन का इंतजार करना पड़ता है। नया सिस्टम इस प्रक्रिया को पूरी तरह बदल देगा। कर्मचारी अपने यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) और आधार से लिंक खाते के जरिए ATM या UPI से तुरंत राशि निकाल सकेंगे। श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया ने बताया कि EPFO 3.0 मई-जून 2025 में लॉन्च हो सकता है, हालांकि तकनीकी जांच के कारण इसमें देरी की संभावना है।
EPFO 3.0: ATM और UPI से निकासी की प्रक्रिया
EPFO 3.0 के तहत कर्मचारियों को एक विशेष EPF विड्रॉल कार्ड मिलेगा, जो UAN से लिंक होगा। इस कार्ड के जरिए कर्मचारी किसी भी ATM से PF की राशि निकाल सकेंगे, ठीक वैसे ही जैसे वे बैंक खाते से पैसे निकालते हैं। UPI के माध्यम से कर्मचारी अपने PF खाते को लिंक कर बैलेंस चेक कर सकेंगे और तुरंत राशि अपने बैंक खाते में ट्रांसफर कर सकेंगे। निकासी की अधिकतम सीमा 1 लाख रुपये तक हो सकती है, जो आपातकालीन जरूरतों जैसे चिकित्सा, शादी, या घर निर्माण के लिए पर्याप्त है।
EPFO 3.0: पेंशन में बढ़ोतरी का प्रस्ताव
EPFO 3.0 के तहत न्यूनतम पेंशन को 1,000 रुपये से बढ़ाकर 1,500-2,500 रुपये प्रति माह करने का प्रस्ताव है। यह ट्रेड यूनियनों की लंबे समय से चली आ रही मांग है, क्योंकि बढ़ती महंगाई में मौजूदा पेंशन अपर्याप्त है। केंद्रीय न्यासी बोर्ड (CBT) की बैठक, जो 10-11 अक्टूबर 2025 को श्रम मंत्री मनसुख मांडविया की अध्यक्षता में होगी, इस प्रस्ताव पर अंतिम फैसला लेगी। यह कदम 8 करोड़ से अधिक कर्मचारियों को लाभ पहुंचाएगा और त्योहारी सीजन से पहले खपत को बढ़ावा देगा।
ऑटोमेटेड क्लेम सेटलमेंट और सुधार
EPFO 3.0 में AI-आधारित ऑटोमेटेड क्लेम सेटलमेंट सिस्टम होगा, जो 95% क्लेम को 3 दिन के भीतर प्रोसेस करेगा। यह प्रणाली पारदर्शिता बढ़ाएगी और क्लेम रिजेक्शन की संभावना को कम करेगी। कर्मचारी OTP-आधारित वेरिफिकेशन के जरिए अपने खाते की जानकारी अपडेट कर सकेंगे। मृत्यु क्लेम के लिए प्रक्रिया को भी सरल किया गया है, जिसमें नाबालिगों के लिए गार्जियनशिप सर्टिफिकेट की अनिवार्यता खत्म की जाएगी।
ट्रेड यूनियनों का विरोध
EPFO 3.0 को कर्मचारियों के लिए गेम-चेंजर माना जा रहा है, लेकिन ट्रेड यूनियनों ने ATM और UPI से निकासी के प्रस्ताव का विरोध किया है। उनका कहना है कि PF रिटायरमेंट के लिए बचत है, और आसान निकासी से इसका उद्देश्य प्रभावित हो सकता है। CBT, जिसमें नियोक्ताओं, कर्मचारियों, और सरकार के प्रतिनिधि शामिल हैं, इस मुद्दे पर विचार करेगा।
तकनीकी सहयोग और लॉन्च की तारीख
EPFO 3.0 को लागू करने के लिए इन्फोसिस, विप्रो, और TCS जैसी IT कंपनियों को शॉर्टलिस्ट किया गया है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के साथ भी सहयोग किया जा रहा है। DD न्यूज के अनुसार, जून 2025 में लॉन्च की उम्मीद है, लेकिन तकनीकी जांच के कारण देरी संभव है।
कर्मचारियों के लिए लाभ
EPFO 3.0 से कर्मचारियों को त्वरित निकासी, ऑनलाइन KYC अपडेट, और तेज क्लेम सेटलमेंट जैसे कई लाभ मिलेंगे। यह सुविधा विशेष रूप से असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए फायदेमंद होगी। पेंशन में वृद्धि से सेवानिवृत्त कर्मचारियों को आर्थिक राहत मिलेगी। यह पहल भारत की डिजिटल वित्तीय प्रणाली के साथ PF सेवाओं को जोड़ने का एक महत्वाकांक्षी कदम है।
यह भी पढ़ें:-
इन 5 लेनदेन पर आयकर विभाग की नजर, आईटीआर दाखिल करना अनिवार्य