School Bomb Threat: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार को होने वाले विधानसभा चुनाव से देशभर में फोन और ईमेल के जरिए आ रही धमकियों से प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। मंगलवार को मध्य प्रदेश और कर्नाटक के कई स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली। मध्य प्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर में दो प्रमुख निजी स्कूलों—एनडीपीएस (NDPS) और आईपीएस (IPS) स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी भरा ईमेल मिला। इस ईमेल के बाद स्कूल प्रबंधन ने तत्परता दिखाते हुए बच्चों को घर भेज दिया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दोनों स्कूल परिसरों में सघन तलाशी अभियान चलाया, लेकिन कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। प्रारंभिक जांच में यह धमकी फर्जी निकली।
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धमकी भरा ईमेल और स्कूलों में मचा हड़कंप
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, एनडीपीएस स्कूल के प्राचार्य और आईपीएस स्कूल के प्रबंधन को सोमवार सुबह एक धमकी भरा ईमेल प्राप्त हुआ, जिसमें लिखा था कि स्कूल परिसर में बम लगाया गया है और इसे जल्द ही विस्फोटित किया जाएगा। इस सूचना के बाद दोनों स्कूलों के प्रशासन ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। एनडीपीएस स्कूल प्रबंधन ने राजेंद्र नगर थाने और आईपीएस स्कूल प्रबंधन ने तेजाजी नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई। धमकी की गंभीरता को देखते हुए स्कूल प्रशासन ने बच्चों के परिजनों को फोन और मैसेज के माध्यम से सूचित किया और बच्चों को सुरक्षित घर भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी। कुछ ही समय में दोनों स्कूलों में परिजनों की भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
पुलिस की तत्परता और जांच अभियान
तेजाजी नगर थाने के प्रभारी देवेंद्र मरकाम ने बताया कि धमकी की सूचना मिलते ही पुलिस की टीमें तत्काल स्कूल परिसरों में पहुंचीं। सुरक्षा बलों ने स्कूल के सभी कक्षाओं, खेल के मैदान, बसों, पार्किंग एरिया और अन्य हिस्सों की गहन तलाशी ली। बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वायड की भी मदद ली गई।
आईपी एड्रेस और सोर्स की जुटाई जा रही है जानकारी
मरकाम ने कहा है कि प्रथम दृष्टया जांच में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है। ईमेल की जांच के बाद ऐसा प्रतीत होता है कि यह फर्जी धमकी है। उन्होंने बताया कि साइबर विशेषज्ञों की मदद से ईमेल की तकनीकी जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह मेल किसने और कहां से भेजा है। ईमेल के आईपी एड्रेस और सोर्स की जानकारी जुटाई जा रही है।
परिजनों में चिंता और राहत की सांस
धमकी भरे ईमेल की खबर फैलते ही दोनों स्कूलों के बाहर परिजनों की भीड़ जुट गई। बच्चों की सुरक्षा को लेकर माता-पिता काफी परेशान दिखे। स्कूल प्रशासन ने स्थिति को संभालते हुए परिजनों को आश्वस्त किया और बताया कि सभी बच्चे सुरक्षित हैं। जांच के दौरान किसी प्रकार की कोई संदिग्ध वस्तु न मिलने पर परिजनों ने राहत की सांस ली। एक अभिभावक रचना वर्मा ने कहा, जब हमें स्कूल से फोन आया कि बच्चों को तुरंत ले जाएं, तो हम घबरा गए। लेकिन पुलिस और स्कूल प्रशासन ने स्थिति को संभाल लिया और हमें बच्चों को सुरक्षित पाकर राहत मिली।
फर्जी धमकियों का बढ़ता चलन और सुरक्षा उपाय
ध्यान देने योग्य है कि हाल के वर्षों में देश के कई बड़े शहरों के स्कूलों को इस तरह के फर्जी धमकी भरे ईमेल मिल चुके हैं। इससे पहले दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु जैसे शहरों में भी इस प्रकार की घटनाएं सामने आई थीं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे ईमेल का उद्देश्य समाज में भय का माहौल बनाना और अफरा-तफरी फैलाना होता है। पुलिस प्रशासन ने स्कूल प्रबंधन से आग्रह किया है कि इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए सुरक्षा मानकों को और कड़ा किया जाए। नियमित सुरक्षा ड्रिल, सीसीटीवी निगरानी और साइबर सुरक्षा उपायों को बेहतर बनाने पर बल दिया गया है।
जांच जारी, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच जारी है। साइबर क्राइम विशेषज्ञों की टीम ईमेल के तकनीकी पहलुओं की जांच कर रही है ताकि इसके स्रोत का पता लगाया जा सके। यदि किसी व्यक्ति या समूह के शामिल होने के साक्ष्य मिलते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कर्नाटक के स्कूल को भी मिली धमकी
कर्नाटक के कलबुर्गी में भी ऐसा ही सामने आया है। यहां एक निजी स्कूल को ईमेल के जरिए बम धमाके की धमकी दी गई। इसके बाद स्कूल प्रशासन ने तुरंत पुलिस को सूचित किया और स्कूल खाली कराया गया। बम निरोधक दस्ते को मौके पर बुलाया गया और पूरे परिसर की तलाशी ली गई। इसके बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए पुलिस आयुक्त शरणप्पा एस डी ने कहा है कि यह धमकी भी फर्जी निकली।
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