Rope Way: मध्यप्रदेश के एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी को केंद्र सरकार से एक बड़ी सौगात मिली है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने पचमढ़ी में रोप-वे निर्माण की घोषणा की है, जो राज्य की दूसरी सबसे ऊंची पर्वत चोटी चौरागढ़ पर स्थित महादेव मंदिर तक श्रद्धालुओं को ले जाने के लिए बनाया जाएगा। इस परियोजना के लिए 400 करोड़ रुपए की राशि मंजूर की गई है। इस फैसले से धार्मिक पर्यटन को नया आयाम मिलेगा और लाखों श्रद्धालुओं को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
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Rope Way: घंटों की कठिन चढ़ाई अब मिनटों में तय होगी
पचमढ़ी स्थित चौरागढ़ महादेव मंदिर एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जहां हर वर्ष महाशिवरात्रि पर भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को लगभग 3 किलोमीटर की कठिन और ऊबड़-खाबड़ पहाड़ी चढ़ाई पार करनी पड़ती है, जो खासतौर पर बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों के लिए बेहद कठिन होता है। इस रोप-वे के बन जाने से श्रद्धालु कुछ ही मिनटों में मंदिर तक पहुंच सकेंगे और इस कठिन यात्रा को सरल बनाया जा सकेगा।
Rope Way: सांसद ने जताया केंद्रीय मंत्री का आभार
नर्मदापुरम के सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने इस ऐतिहासिक घोषणा के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर नितिन गडकरी का वीडियो साझा करते हुए लिखा कि “पचमढ़ी की धार्मिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत को संरक्षित करते हुए हम क्षेत्र के समग्र विकास के लिए कृतसंकल्पित हैं।” चौधरी ने यह भी बताया कि इस परियोजना के अंतर्गत रोप-वे के साथ-साथ पार्किंग सुविधा का भी निर्माण किया जाएगा ताकि आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।
Rope Way: धार्मिक और पर्यटन दृष्टि से महत्वपूर्ण
पचमढ़ी को ‘सतपुड़ा की रानी’ कहा जाता है और यह मध्यप्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शामिल है। चौरागढ़ महादेव मंदिर, जहां लाखों श्रद्धालु हर साल त्रिशूल चढ़ाकर अपनी मनोकामनाएं पूरी करते हैं, धार्मिक आस्था का बड़ा केंद्र है। यहां का वातावरण पूरी तरह से अध्यात्म और प्राकृतिक सुंदरता से भरा हुआ है। रोप-वे बनने से ना सिर्फ श्रद्धालुओं की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
हवाई पट्टी और अन्य विकास कार्यों की भी योजना
सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने पचमढ़ी क्षेत्र में विकास की अन्य योजनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि पचमढ़ी हवाई पट्टी को विकसित करने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं ताकि यहां हवाई कनेक्टिविटी बढ़ाई जा सके। इसके अलावा, पिपरिया के अनहोनी वन क्षेत्र को पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित करने की योजना है, जिससे पर्यटकों को और आकर्षित किया जा सकेगा।
पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
यह परियोजना सिर्फ श्रद्धालुओं के लिए ही नहीं, बल्कि पचमढ़ी और आसपास के क्षेत्रों में रोजगार और पर्यटन के नए अवसर भी लेकर आएगी। रोप-वे निर्माण के दौरान और बाद में इसके संचालन से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। साथ ही, देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या में बढ़ोत्तरी से होटल, गाइड, लोकल ट्रांसपोर्ट और अन्य सेवाओं को भी फायदा होगा।
बेहद महत्वपूर्ण कदम
पचमढ़ी में रोप-वे निर्माण की यह घोषणा धार्मिक, सांस्कृतिक और आर्थिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल लाखों श्रद्धालुओं के लिए एक वरदान साबित होगा, बल्कि मध्यप्रदेश के पर्यटन मानचित्र पर पचमढ़ी को और मजबूती से स्थापित करेगा।
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