PM Modi: मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास को लेकर एक और ऐतिहासिक कदम उठाया जा रहा है। इस क्षेत्र के निवासियों के लिए बड़ी सौगात के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 फरवरी को कैंसर अस्पताल का भूमिपूजन करेंगे। यह अस्पताल बुंदेलखंड के लोगों को आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने में अहम भूमिका निभाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 23 फरवरी को कैंसर अस्पताल का भूमिपूजन बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी। यह अस्पताल न केवल इस क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करेगा, बल्कि उनके आर्थिक बोझ को भी कम करेगा।
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बुंदेलखंड का बदलता परिदृश्य
बुंदेलखंड लंबे समय से सूखा, गरीबी और पिछड़ेपन की समस्या से जूझता रहा है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इस क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाएं लागू की गई हैं, जिनसे इसकी तस्वीर बदल रही है। 55 हजार करोड़ रुपये की लागत वाली केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना को मंजूरी मिलने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने इसका भूमिपूजन किया था। यह परियोजना इस क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगी और जल संकट को दूर करने में मदद करेगी। अब प्रधानमंत्री मोदी के दौरे से इस क्षेत्र को एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि मिलने जा रही है।
प्रधानमंत्री का कार्यक्रम और कैंसर अस्पताल की विशेषताएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 फरवरी को मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के ग्राम गढ़ा में प्रस्तावित बागेश्वर धाम में कैंसर अस्पताल के भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस अस्पताल के निर्माण से बुंदेलखंड के लोगों को गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए अन्य शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी। यह अस्पताल आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस होगा और कैंसर रोगियों के लिए गुणवत्तापूर्ण उपचार उपलब्ध कराएगा। इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी छठे सामूहिक 251 कन्या विवाह समारोह में भी भाग लेंगे। यह आयोजन सामाजिक समरसता और गरीब परिवारों की सहायता के उद्देश्य से किया जा रहा है।
योजनाओं और तैयारियों की समीक्षा
प्रधानमंत्री के दौरे और भूमिपूजन कार्यक्रम को लेकर व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। मुख्य सचिव अनुराग जैन ने अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा, प्रोटोकॉल और अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने मंच निर्माण, सड़क मार्गों की सफाई, स्वास्थ्य सुविधाएं, पेयजल आपूर्ति, अग्निशमन सुरक्षा और दूरसंचार सेवाओं को सुचारू रूप से संचालित करने के निर्देश दिए।
बुंदेलखंड में विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान यह भी बताया गया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का 26 फरवरी को दौरा प्रस्तावित है। ऐसे में दोनों कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए प्रशासन पूरी तरह सक्रिय है।
बुंदेलखंड की बदलती तस्वीर
बुंदेलखंड क्षेत्र मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के सात-सात जिलों को मिलाकर बनता है। इस क्षेत्र में जल संकट सबसे बड़ी समस्या रही है, लेकिन केन-बेतवा लिंक परियोजना से इस समस्या का समाधान होने की उम्मीद है। इसके साथ ही, कैंसर अस्पताल का निर्माण इस क्षेत्र में चिकित्सा सुविधाओं में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
वर्तमान में, बुंदेलखंड के मरीजों को इलाज के लिए बड़े शहरों जैसे दिल्ली, भोपाल, लखनऊ और कानपुर जाना पड़ता है, जिससे उन्हें आर्थिक और मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है। नए अस्पताल के निर्माण से मरीजों को उनके घर के पास ही विश्वस्तरीय इलाज मिल सकेगा।
एक नए युग की ओर अग्रसर होगा बुंदेलखंड
प्रधानमंत्री का यह दौरा बुंदेलखंड के विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। आने वाले वर्षों में यह क्षेत्र जल संकट और स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव जैसी समस्याओं से मुक्त होकर एक नए युग की ओर अग्रसर होगा।
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