MP Flood: मध्य प्रदेश के सागर संभाग के कमिश्नर अनिल सुचारी ने रविवार को छतरपुर जिले के मोरवा और धामची गांवों का दौरा कर उन इलाकों का निरीक्षण किया जो 18 जुलाई को हुई अतिवृष्टि और बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना और मौके पर ही राहत सामग्री वितरित की। कमिश्नर अनिल सुचारी ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि सरकार उनके साथ खड़ी है और किसी को भी अकेला नहीं छोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे सर्वे पूरे होते जाएंगे, राहत और मुआवजा राशि प्रभावित परिवारों के खातों में भेज दी जाएगी ताकि उन्हें दोबारा अपने जीवन को पटरी पर लाने में मदद मिल सके।
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MP Flood: फसलें और घर हुए बर्बाद, ग्रामीणों ने सुनाई पीड़ा
मोरवा के चौकीपुरवा गांव में कमिश्नर सुचारी के पहुंचने पर ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि भारी बारिश और बाढ़ के कारण उनकी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गईं। साथ ही, कई कच्चे और पक्के मकान भी गिर गए, जिससे लोग बेघर हो गए हैं। गांव के कई रास्ते क्षतिग्रस्त हो गए हैं और बिजली व्यवस्था भी बाधित है। ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के बाद खेतों में पानी भर गया, जिससे धान, उड़द, मूंग, मक्का जैसी फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई हैं। कई किसानों ने रोते हुए बताया कि उनके पास नया बीज और खाद खरीदने के पैसे भी नहीं हैं।
MP Flood: राहत सामग्री और कपड़े वितरित
निरीक्षण के दौरान कमिश्नर सुचारी ने अपने स्तर से कपड़े और खाद्यान्न सामग्री का वितरण किया। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रभावित परिवार को भूखा नहीं रहने दिया जाएगा और जरूरतमंदों को हर संभव मदद पहुंचाई जाएगी।
MP Flood: दिया मुआवजे का आश्वासन
कमिश्नर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि क्षतिग्रस्त मकानों और नष्ट हुई फसलों का सर्वे तुरंत कराएं और मुआवजा वितरित करें। साथ ही, जिन किसानों के पशु भी हानि में आए हैं, उनका भी सर्वे कर उन्हें नुकसान की भरपाई की जाएगी।
निचले इलाकों के परिवारों को मिलेगा आवासीय पट्टा
ग्रामीणों ने कमिश्नर को बताया कि हर साल बारिश में बाढ़ का पानी उनके घरों तक पहुंच जाता है, जिससे उनका जीवन प्रभावित होता है। इस पर कमिश्नर ने निर्देश दिया कि ऐसे निचले इलाकों में बसे परिवारों को सुरक्षित दूसरी जगह पर पट्टा देकर बसाया जाए ताकि उनका भविष्य सुरक्षित हो सके। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों तक पहुंचे और जिनके घर ढह गए हैं, उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भी मदद दी जाएगी।
पंचायत भवन और अस्थाई आश्रय स्थलों का निरीक्षण
कमिश्नर ने पंचायत भवन में बनाए गए अस्थाई आश्रय स्थलों का निरीक्षण किया और वहां रह रहे परिवारों से मुलाकात कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों से साफ-सफाई, भोजन, पानी और स्वास्थ्य सुविधाओं की व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिए।
धामची गांव में नदी से प्रभावित इलाकों का दौरा
इसके बाद कमिश्नर ने धामची गांव का निरीक्षण किया, जहां उर्मिल नदी के जलस्तर बढ़ने से कई घर और खेत जलमग्न हो गए थे। उन्होंने ग्रामीणों से उनके नुकसान की जानकारी ली और अधिकारियों को निर्देश दिया कि फसल, घर, मवेशी और अन्य संपत्ति की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर मुआवजा बांटने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाए।
कलेक्टर और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समन्वय
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर पार्थ जैसवाल, एडीएम मिलिंद नागदेवे, सहायक कलेक्टर आशीष पाटिल, एसडीएम अखिल राठौर और अन्य प्रशासनिक अधिकारी कमिश्नर के साथ मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने नुकसान का आकलन कर प्रभावित परिवारों तक राहत पहुंचाने और मुआवजा वितरण की कार्रवाई जल्द पूरी करने का आश्वासन दिया।
ग्रामीणों को मिला भरोसा, जल्द मिलेगी मदद
कमिश्नर अनिल सुचारी ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि सरकार उनके साथ खड़ी है और किसी को भी अकेला नहीं छोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे सर्वे पूरे होते जाएंगे, राहत और मुआवजा राशि प्रभावित परिवारों के खातों में भेज दी जाएगी ताकि उन्हें दोबारा अपने जीवन को पटरी पर लाने में मदद मिल सके।