Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में बुधवार को एक दर्दनाक और असामान्य घटना घटी, जिसने पूरे पुलिस महकमे को स्तब्ध कर दिया। मक्सी रोड स्थित पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में अचानक मधुमक्खियों के झुंड ने हमला बोल दिया, जिसकी चपेट में आकर पवासा थाना प्रभारी रमेश कुमार धुर्वे की मौत हो गई। इस हमले में तीन अन्य पुलिस जवान गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिनका जिला अस्पताल में इलाज जारी है।
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Madhya Pradesh: अचानक हुआ हमला, अफरा-तफरी का माहौल
घटना बुधवार दोपहर की है जब पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में चार पुलिसकर्मी एक स्थान पर बैठकर आपस में चर्चा कर रहे थे। तभी अचानक तेज हवा चली और उसके साथ ही मधुमक्खियों का एक विशाल झुंड वहां पहुंच गया। बिना किसी चेतावनी के मधुमक्खियां जवानों पर टूट पड़ीं। हमले की तीव्रता और अचानकपन के कारण किसी को भी संभलने का मौका नहीं मिला। घायल जवान दिनेश पटेल ने बताया, हम लोग बात कर रहे थे, तभी अचानक झुंड ने हमें घेर लिया। हमला इतनी तेजी से हुआ कि कुछ समझ नहीं आया। आसपास कहीं छत्ता भी नहीं दिखा था, इसलिए यह हमला पूरी तरह अप्रत्याशित था।
Madhya Pradesh: पवासा थाना प्रभारी की मौत
मधुमक्खियों के हमले में सबसे ज्यादा प्रभावित पवासा थाना प्रभारी रमेश कुमार धुर्वे हुए। उन्हें सबसे अधिक डंक लगे, जिसके कारण उनकी हालत तेजी से बिगड़ गई। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि उन्हें सैकड़ों डंक लगे थे जिससे शरीर में विष फैल गया और कार्डियक अरेस्ट की स्थिति उत्पन्न हो गई।
Madhya Pradesh: तीन पुलिसकर्मी घायल
अन्य घायल जवानों में दिनेश पटेल सहित दो और पुलिसकर्मी शामिल हैं। तीनों की हालत गंभीर बनी हुई है, और उनका इलाज उज्जैन जिला अस्पताल में जारी है। चिकित्सकों की टीम ने बताया कि मधुमक्खियों के डंक से व्यक्ति को एनाफिलेक्टिक शॉक हो सकता है, जो जानलेवा सिद्ध हो सकता है, खासकर तब जब एक साथ बहुत अधिक डंक लगे हों।
मधुमक्खियां कहां से आईं, अब तक स्पष्ट नहीं
इस पूरे घटनाक्रम के बाद सबसे बड़ा सवाल यह बना हुआ है कि मधुमक्खियों का इतना बड़ा झुंड अचानक कहां से आया। पुलिस ट्रेनिंग स्कूल परिसर में या आसपास मधुमक्खियों का कोई छत्ता नहीं देखा गया है। फिलहाल वन विभाग की टीम को सूचना दी गई है, जो घटनास्थल पर पहुंचकर जांच कर रही है। जवानों ने बताया कि यह झुंड इतना आक्रामक था कि पास में खड़े अन्य पुलिसकर्मियों को भी पास जाने की हिम्मत नहीं हुई। जब मधुमक्खियां हटने लगीं तब जाकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा सका।
पूरे महकमे में शोक की लहर
इस असामान्य और दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने पूरे पुलिस विभाग में शोक की लहर फैला दी है। पवासा थाना प्रभारी रमेश कुमार धुर्वे एक कर्तव्यनिष्ठ और अनुभवी अधिकारी के रूप में जाने जाते थे। उनकी मौत से विभाग ने एक समर्पित अधिकारी खो दिया है। उज्जैन के एसपी ने घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि यह पूरी तरह अप्रत्याशित प्राकृतिक हमला था। उन्होंने घायल जवानों के बेहतर इलाज का भरोसा दिलाया और मृतक अधिकारी के परिवार को हर संभव सहायता देने की बात कही।
भविष्य के लिए चेतावनी
विशेषज्ञों का मानना है कि गर्मी और वातावरण में बदलाव के कारण मधुमक्खियों के व्यवहार में आक्रामकता आ सकती है। ऐसे में खुले स्थानों, विशेष रूप से प्रशिक्षण और सुरक्षा संस्थानों में सुरक्षा उपायों और सतर्कता की जरूरत है। इस घटना के बाद पुलिस ट्रेनिंग स्कूल परिसर की जांच और साफ-सफाई के निर्देश दिए गए हैं।
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