Laxman Singh: मध्य प्रदेश के गुना में एक पत्रकार वार्ता में पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह ने कांग्रेस पार्टी से छह साल के लिए निष्कासन के बाद बड़ा बयान देकर राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। लक्ष्मण सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई हैं और लंबे समय से कांग्रेस से जुड़े रहे हैं। लेकिन अब पार्टी से बाहर किए जाने के बाद उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व और संगठनात्मक दिशा पर तीखा हमला बोला है।
Table of Contents
Laxman Singh: ‘राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनेंगे, यह लिखकर दो’
लक्ष्मण सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मुझे कांग्रेस की ओर से कहा गया था कि मैं लिखित में यह दूं कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनेंगे। लेकिन मैंने ऐसा करने से इनकार कर दिया। मेरे ऐसा न करने पर मुझे पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। अब कांग्रेस में वही रह सकता है, जो आंख मूंदकर नेतृत्व का समर्थन करे। मैं झूठ बोलकर पार्टी में बने रहने वालों में से नहीं हूं।’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अब बौद्धिक स्वतंत्रता का गला घोंटने लगी है। जहां कार्यकर्ता अपनी राय नहीं रख सकता, वहां लोकतंत्र कैसा? लक्ष्मण सिंह ने सवाल उठाया।
Laxman Singh: कश्मीर और आतंकवाद पर बयान
लक्ष्मण सिंह ने हाल ही के पहलगाम आतंकी हमले के बाद कांग्रेस नेताओं के बयानों को ‘राष्ट्रविरोधी’ करार दिया। उन्होंने कहा, ‘कश्मीर में आज जो हालात हैं, उसके लिए अब्दुल्ला परिवार जिम्मेदार है। आतंकवाद के समय कांग्रेस नेताओं के बयान ऐसे लगते हैं जैसे वे देश के खिलाफ हैं।’
उन्होंने यह भी जोड़ा कि संसद में सिर्फ सेना के बजट पर चर्चा होनी चाहिए, उसकी रणनीति पर सवाल उठाना सेना का मनोबल गिराने जैसा है। कांग्रेस के कई शीर्ष नेताओं के बयानों पर उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि इससे देश की सुरक्षा पर असर पड़ सकता है।
Laxman Singh: कांग्रेस की आंतरिक राजनीति पर निशाना
लक्ष्मण सिंह ने कांग्रेस के संगठनात्मक ढांचे पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, मल्लिकार्जुन खड़गे कैसे राष्ट्रीय अध्यक्ष बने, यह किसी से छुपा नहीं है। पार्टी को आज कौन चला रहा है, यह भी जगजाहिर है। हाईकमान संस्कृति ने कांग्रेस को खोखला कर दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में अब कार्यकर्ताओं की कोई सुनवाई नहीं होती। सिर्फ दिल्ली में बैठे कुछ नेताओं की राय मायने रखती है। प्रदेश और जमीनी कार्यकर्ता हाशिये पर चले गए हैं।
नई पार्टी का संकेत, BJP की नीतियों की तारीफ
लक्ष्मण सिंह ने कहा कि फिलहाल वे किसी अन्य पार्टी में शामिल नहीं होंगे। प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे। इसके बाद नई पार्टी के गठन को लेकर विचार किया जाएगा। इस संभावित नई पार्टी में ‘हाईकमान’ जैसी कोई व्यवस्था नहीं होगी और सबकुछ कार्यकर्ताओं की सहमति से तय किया जाएगा।
उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि उनके हालिया बयानों के लिए भाजपा की ओर से तारीफ मिली है। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि वे अभी भाजपा में शामिल नहीं हो रहे हैं। इसके बावजूद उन्होंने प्रदेश की भाजपा सरकार पर भी सवाल उठाए।
‘अब बदलाव का वक्त है’ मध्य प्रदेश की स्थिति पर चिंता
लक्ष्मण सिंह ने कहा, भाजपा पिछले 20 साल से सत्ता में है, लेकिन अब बदलाव की जरूरत है। राज्य में ब्यूरोक्रेसी बेलगाम हो गई है। अगर कोई अधिकारी केवल दो घंटे किसी तहसील में बैठ जाए, तो उसे वास्तविकता समझ आ जाएगी।
उन्होंने राज्य में ड्रग्स की बढ़ती समस्या पर चिंता जताई और कहा कि नशे के कारोबार का संचालन कई थानों के पीछे से हो रहा है। इंदौर जैसी जगहों पर हाल की आपराधिक घटनाओं के पीछे ड्रग माफिया की भूमिका है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इस पर अब भी नियंत्रण नहीं किया गया, तो राज्य की युवा पीढ़ी और समाज का भविष्य संकट में पड़ जाएगा।
लक्ष्मण सिंह के बयान कांग्रेस के लिए एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने आए हैं। एक ओर जहां यह पार्टी के आंतरिक लोकतंत्र पर सवाल उठाते हैं, वहीं दूसरी ओर यह संकेत भी देते हैं कि विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस को अंदर से झटका लग सकता है। अगर लक्ष्मण सिंह नई पार्टी का गठन करते हैं, तो यह मध्य प्रदेश की राजनीति में एक नया समीकरण खड़ा कर सकता है।
यह भी पढ़ें:-
अहमदाबाद विमान हादसे में 265 लोगों की मौत: टाटा ग्रुप देगा 1 करोड़ का मुआवजा, सिर्फ एक यात्री बचा