Digital Arrest: मध्य प्रदेश के इंदौर में एक महिला कारोबारी को डिजिटल अरेस्ट कर 1.60 करोड़ रुपये की ठगी करने के मामले में अब तक कुल 11 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इस मामले में हाल ही में चार और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। ठगी की घटना एक महिला कारोबारी से जुड़ी हुई है, जिसमें आरोपियों ने उसे डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल करके ठगा। आरोपियों ने महिला से 1.60 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की और अब तक 11 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पुलिस ने गहन जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की है। नए आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ मामले की जांच और भी तेज हो गई है।
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CBI, ED, RBI के अधिकारी बनकर डराया और धमकाया:
इस घटना में साइबर ठगों ने महिला कारोबारी को डिजिटल अरेस्ट के जरिए धोखा दिया। ठगों ने खुद को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI), प्रवर्तन निदेशालय (ED), और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के अधिकारी बताते हुए महिला को डराया और धमकाया।
धोखाधड़ी का तरीका:
ठगों ने महिला से कहा कि उसका नाम एक बड़े घोटाले में शामिल है, और उसके बैंक खाते से बड़ी राशि का ट्रांसफर हुआ है। इस डर से महिला ने ठगों की बात मानी और ठगों ने उसे अपनी बातों में फंसाया। उन्होंने महिला से 1.60 करोड़ रुपये की ठगी की। महिला ने बाद में यह महसूस किया कि वह ठगी का शिकार हुई है और पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस की कार्रवाई:
महिला की शिकायत के बाद, पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की और साइबर ठगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की। अब तक 11 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं, और चार नए आरोपी हाल ही में पकड़े गए हैं। पुलिस ने गहन जांच के बाद ठगों के नेटवर्क को पकड़ा और कार्रवाई की है।
अब तक 11 आरोपी गिरफ्तार:
इंदौर पुलिस ने महिला कारोबारी से 1.60 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में सात आरोपियों को पहले गिरफ्तार किया था। पुलिस ने अब इस मामले की जांच को आगे बढ़ाते हुए चार अन्य युवकों को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस ने यह पाया कि इन चार आरोपियों के अकाउंट में ठगी की राशि आई थी, और उन्होंने उस राशि को आगे ट्रांसफर किया था। इन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनकी भूमिका का पता लगाया जा रहा है, ताकि इस साइबर ठगी के पूरे नेटवर्क को उजागर किया जा सके।
आरोपी ऐसे बनें साइबर ठगों के लिए मददगार:
इंदौर क्राइम ब्रांच के डीसीपी राजेश त्रिपाठी ने बताया कि जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि सीहोर निवासी रोहन के अकाउंट में 5 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए थे। पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया और इसके बाद तीन अन्य आरोपियों को अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया गया। रोहन और अन्य आरोपियों में से कुछ छात्र हैं, जबकि कुछ ऐसे लोग हैं जिन्होंने लालच में आकर अपना अकाउंट आरोपियों के हवाले किया। ये आरोपी साइबर ठगों के लिए मददगार बन गए, जिन्होंने उन्हें अपने बैंक अकाउंट्स का इस्तेमाल करके धोखाधड़ी को अंजाम दिया।
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