Cough Syrup: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में जहरीले कोल्ड्रिफ कफ सिरप से मासूम बच्चों की मौतों ने पूरे राज्य को सदमे में डाल दिया है। शनिवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस मामले को लेकर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सरकारी लापरवाही को ‘सरकारी हत्या’ करार देते हुए स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे, ड्रग कंट्रोलर की गिरफ्तारी और सीबीआई जांच की मांग की। पटवारी ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि यह केवल एक दवा कांड नहीं, बल्कि सरकार की असंवेदनशीलता का जीवंत प्रमाण है।
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Cough Syrup: 157 बोतलों का रहस्य और प्रभावित बच्चों का आंकड़ा
पटवारी ने सरकारी रिकॉर्ड का हवाला देते हुए कहा कि एक महीने में कोल्ड्रिफ सिरप की 157 बोतलें बाजार में बिकीं, जबकि इससे 25-30 बच्चे प्रभावित हुए हैं। उन्होंने सवाल उठाया, बाकी बोतलों का क्या हुआ? कितने बच्चों की मौत हुई और कितने का इलाज चल रहा है? सरकार को पूरा आंकड़ा जनता के सामने रखना चाहिए।” विभिन्न रिपोर्ट्स के अनुसार, छिंदवाड़ा और बैतूल में इस सिरप से कम से कम 16-21 बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि बैतूल और अन्य जिलों में भी मामले सामने आए हैं। पटवारी ने दावा किया कि पिछले एक साल में 10 साल से कम उम्र के 500 से अधिक बच्चों की मौतों के कारण अस्पष्ट हैं, और कई थानों में मर्ग दर्ज हैं।
Cough Syrup: मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता पर कटाक्ष
पटवारी ने मुख्यमंत्री के रवैये पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता पूरे देश ने देखी। जब पत्रकारों ने सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, ‘मत पूछो उस पर सवाल, कल की बात थी आज की बात करो।’ इसका मतलब साफ है कि वे खुद मानते हैं कि कल जो हुआ वो हत्या थी लेकिन अब बात नहीं करना चाहते। पटवारी ने रतलाम दौरे पर मुख्यमंत्री के भव्य स्वागत का जिक्र करते हुए तंज कसा, एक जिले में 25 बच्चों की मौत पर मातम है, दूसरे में फूल-मालाओं के बीच उत्सव। यही इस सरकार की संवेदनशीलता है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सांसद उत्सव और नाच-गाने में व्यस्त थे और मुख्यमंत्री पहुंचने के बाद ही नेता मौके पर गए। यह प्राथमिकताओं को उजागर करता है।
Cough Syrup: लाड़ली बहन योजना से वोटबैंक की राजनीति
कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा पर धर्म, नफरत और तात्कालिक योजनाओं के जरिए वोट लेने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, बीजेपी लाड़ली बहन जैसी योजनाओं से तत्काल लाभ दिखाकर वोट लेती है, फिर पांच साल जनता को महंगाई और लापरवाही से तड़पाती है। पटवारी ने मध्य प्रदेश की जनता से अपील की कि वे इस सच्चाई को समझें। उन्होंने ट्रांसफर किए गए ड्रग कंट्रोलर को गिरफ्तार कर हत्या का मामला दर्ज करने और स्वास्थ्य मंत्री को नैतिक जिम्मेदारी लेने की मांग की। उन्होंने कहा, अगर मंत्री इस्तीफा न दें तो मुख्यमंत्री को हिम्मत दिखानी चाहिए।
Cough Syrup: सीबीआई जांच की मांग, अन्य राज्यों पर सवाल
पटवारी ने सीबीआई जांच की जोरदार मांग की। उन्होंने कहा, “पिछले एक साल में 10 साल से कम उम्र के कितने बच्चों की मौत हुई और कारण क्या थे, इसका खुलासा हो। यह सिरप मध्य प्रदेश के अलावा चार अन्य राज्यों में भी बेचा गया। वहां क्या ऐसी घटनाएं हुईं, इसकी जांच जरूरी है।” सुप्रीम कोर्ट में भी इस मामले पर याचिका दायर हो चुकी है, जिसमें सीबीआई जांच की मांग की गई है। पटवारी ने तमिलनाडु सरकार द्वारा 24 घंटे में सिरप में जहरीले रसायन की पुष्टि का हवाला देते हुए कहा कि मध्य प्रदेश सरकार ने देरी की। उन्होंने डॉक्टर और कंपनी के खिलाफ एफआईआर का स्वागत किया, लेकिन ड्रग कंट्रोलर को बचाने का आरोप लगाया।
कांग्रेस का आंदोलन और जन अपील
पटवारी ने घोषणा की कि कांग्रेस सभी जिलों में बच्चों के अस्पतालों के बाहर उपवास और धरना देगी। उन्होंने पीड़ित परिवारों को 1 करोड़ मुआवजे की मांग की। उन्होंने कहा, यह लूट सको तो लूटो वाली सरकार है। कांग्रेस पीड़ितों के साथ खड़ी है। इस घटना ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। भाजपा ने अधिकारियों को निलंबित किया और एसआईटी जांच का आदेश दिया, लेकिन विपक्ष इसे अपर्याप्त मान रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह कांड दवा माफिया और सरकारी निगरानी की कमजोरी को उजागर करता है।
सरकारी लापरवाही का काला अध्याय
यह कांड मध्य प्रदेश के लिए काला अध्याय बन चुका है। सिरप में डायएथिलीन ग्लाइकॉल की 48.6 प्रतिशत मात्रा पाई गई, जो घातक है। पटवारी ने कहा, जनता को जवाब चाहिए। सरकार को जिम्मेदारी तय करनी होगी। आंदोलन तेज होने से सियासी समीकरण बदल सकते हैं।
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