Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले के बाद पूरे देश में शोक और आक्रोश का माहौल है। हमले के एक दिन बाद, बुधवार को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान इस कायराना हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए साफ किया कि भारत इसका करारा जवाब देगा। उन्होंने कहा कि जो भी इस हमले के पीछे हैं – चाहे वो सामने हों या पर्दे के पीछे, उन्हें जल्द ही इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा। पीएम मोदी की अगुवाई में आपात बैठक हो चुकी है और अब देश की निगाहें उस निर्णायक कदम पर हैं, जिसकी घोषणा जल्द ही की जा सकती है।
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Terrorist Attack: “भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति”
दिल्ली में आयोजित ‘अर्जन सिंह मेमोरियल लेक्चर’ कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्री ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी और दो मिनट का मौन रखवाया। उन्होंने कहा, कल पहलगाम में धर्म को निशाना बनाते हुए हुए इस कायराना हमले में हमने कई निर्दोष नागरिकों को खोया है। यह एक घोर अमानवीय कृत्य था, जिसने देश को शोक और क्रोध में डुबो दिया है।
राजनाथ सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत की आतंकवाद के प्रति नीति ‘जीरो टॉलरेंस’ की है और देश का हर नागरिक इस हमले के खिलाफ एकजुट है। उन्होंने कहा, ऐसी किसी भी हरकत से भारत जैसे महान देश को डराया या कमजोर नहीं किया जा सकता। हमलावरों को उनके किए की कीमत चुकानी होगी।
Terrorist Attack: “हम हमलावरों तक ही नहीं, साजिशकर्ताओं तक भी पहुंचेंगे”
अपने भाषण में रक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार इस हमले में शामिल हर व्यक्ति तक पहुंचेगी – न केवल जिन्होंने बंदूक उठाई, बल्कि वे भी जो इस हमले की योजना बना रहे थे। उन्होंने कहा, भारत सरकार वो हर कदम उठाएगी जो इस समय आवश्यक और उचित होगा। हम सिर्फ हमलावरों को नहीं, बल्कि उन्हें भी जवाब देंगे जो पर्दे के पीछे से यह षड्यंत्र चला रहे हैं।
Terrorist Attack: भारतीय वायुसेना की तारीफ, अर्जन सिंह को दी श्रद्धांजलि
कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्री ने भारतीय वायुसेना की सराहना करते हुए कहा कि जिस समर्पण और तत्परता से भारतीय वायुसेना देश की सीमाओं की रक्षा करती है, उससे हर भारतीय को सुरक्षा का अहसास होता है। उन्होंने भारत के पहले मार्शल ऑफ द एयर फोर्स अर्जन सिंह को याद करते हुए कहा कि वो सिर्फ इतिहास का हिस्सा नहीं थे, बल्कि इतिहास बनाने वाले व्यक्ति भी थे। 1965 के भारत-पाक युद्ध में अर्जन सिंह की भूमिका को उन्होंने भारत की सैन्य ताकत और रणनीतिक नेतृत्व का एक उदाहरण बताया।
पाकिस्तान ने जताई ‘चिंता’, पर निंदा नहीं की
इस बीच, पाकिस्तान सरकार की प्रतिक्रिया भी सामने आई है, लेकिन इसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एक बार फिर निराश किया। पाकिस्तान ने पहलगाम हमले को ‘आतंकवादी कृत्य’ कहने से परहेज किया और केवल ‘चिंता’ व्यक्त की। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, हम अनंतनाग जिले में हुए हमले में पर्यटकों की मौत पर चिंतित हैं। हम मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
पाकिस्तान की इस ‘औपचारिक चिंता’ को भारत में न केवल कमजोर माना गया है, बल्कि आलोचकों ने इसे आतंकवाद पर उसकी दोहरी नीति का एक और उदाहरण बताया है। हमले के बाद पाकिस्तान की इस प्रतिक्रिया को दुनिया भर में नकारात्मक नजरों से देखा जा रहा है।
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