Plane Crash: गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को हुआ एअर इंडिया का भयावह विमान हादसा पूरे देश को स्तब्ध कर गया। AI-171 फ्लाइट, जो अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट जा रही थी, टेक-ऑफ के कुछ ही मिनटों में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। अब तक इस भीषण हादसे में 265 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। मृतकों में विमान के यात्री, क्रू सदस्य और हादसे की चपेट में आए हॉस्टल के निवासी शामिल हैं।
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Plane Crash: टेक-ऑफ के दो मिनट बाद टूटा संपर्क
रडार डेटा के अनुसार, बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान ने सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से दोपहर 1:39 बजे उड़ान भरी थी। टेक-ऑफ के ठीक बाद, विमान जब केवल 625 फीट की ऊंचाई पर था, तभी उसमें तकनीकी खराबी आ गई और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से संपर्क टूट गया। इसके बाद विमान मेघानीनगर क्षेत्र में बीजे मेडिकल कॉलेज की मेस बिल्डिंग और फिर अतुल्यम हॉस्टल से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे के समय विमान में 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर्स सवार थे, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल बताए जा रहे हैं।
Plane Crash: 265 शव सिविल अस्पताल पहुंचे
अहमदाबाद पुलिस के अनुसार, सिविल अस्पताल में 265 शव लाए गए हैं। मृतकों में विमान में सवार यात्रियों के साथ-साथ हॉस्टल में रह रहे कई डॉक्टर और स्टाफ भी शामिल हैं, जो अचानक हुई इस दुर्घटना की चपेट में आ गए। हादसे की भयावहता इतनी थी कि विमान आग के गोले में तब्दील हो गया और पूरे क्षेत्र में धुआं और मलबा फैल गया। चश्मदीदों के मुताबिक, वहां चीख-पुकार मच गई और लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।
Plane Crash: सिर्फ एक यात्री बचा, रमेश विश्वास कुमार
इस भयावह त्रासदी के बीच एकमात्र जीवित बचे यात्री रमेश विश्वास कुमार की कहानी किसी चमत्कार से कम नहीं मानी जा रही है। रमेश विश्वास, जो लंदन अपने बेटे से मिलने जा रहे थे, गंभीर रूप से घायल हुए हैं और उनका इलाज अस्पताल में जारी है।
उन्होंने बताया, अचानक जोर का धमाका हुआ और आग की लपटों ने सब घेर लिया। मुझे कुछ समझ नहीं आया, लेकिन जब होश आया तो खुद को अस्पताल में पाया। यह किसी करिश्मे से कम नहीं कि मैं ज़िंदा हूं।
मौत का आंकड़ा डीएनए परीक्षण के बाद तय होगा
गृह मंत्री अमित शाह ने दुर्घटना स्थल और अस्पताल का दौरा करने के बाद प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि डीएनए टेस्ट के बाद ही मौत की अंतिम पुष्टि की जाएगी। उन्होंने कहा, करीब 1,000 से अधिक डीएनए टेस्ट करने होंगे। यह प्रक्रिया अहमदाबाद में ही पूरी की जाएगी।
सरकार के तमाम विभाग, एनडीआरएफ, बीएसएफ, पुलिस और मेडिकल टीमें राहत और बचाव में जुटी हुई हैं। फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पा लिया है, लेकिन विमान का मलबा अब भी कई हिस्सों में फैला हुआ है।
टाटा ग्रुप देगा 1 करोड़ का मुआवजा
टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने इस भयावह हादसे पर गहरा दुख जताते हुए एक मुआवजा पैकेज का ऐलान किया है। उन्होंने कहा, जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। साथ ही, सभी घायलों के इलाज का पूरा खर्च टाटा ग्रुप उठाएगा।
तकनीकी कारण या लापरवाही?
हादसे के तकनीकी कारणों को लेकर DGCA और विमान विशेषज्ञों की टीम ने जांच शुरू कर दी है। यह विमान 11 साल पुराना बोइंग 787 था, और इसकी मेंटेनेंस रिपोर्ट और पायलट लॉगबुक की भी जांच की जा रही है।
अहमदाबाद में हुआ यह विमान हादसा देश के नागरिक उड्डयन इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदियों में शुमार हो गया है। केवल एक व्यक्ति का बचना इस भयंकर हादसे की भयावहता को और गहराता है। सरकार और एयर इंडिया पर अब यह जिम्मेदारी है कि पीड़ित परिवारों को न्याय, पूरी पारदर्शिता, और लंबी अवधि की सहायता सुनिश्चित की जाए।
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