OBC Reservation: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के समाज के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए नौकरियों में आरक्षण बढ़ाने का ऐलान किया है। यह कदम सरकार द्वारा ओबीसी समुदाय के सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के प्रयास के तहत उठाया गया है। हरियाणा में ओबीसी वर्ग के कल्याण और युवाओं को सरकारी नौकरियों में बड़ा लाभ देने के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह ने घोषणाओं का पिटारा खोला है।
Table of Contents
सीएम नायब सिंह ने किया ऐलान
सीएम नायब सिंह ने कहा कि हरियाणा में पहले नौकरियों में पिछड़े वर्गों के आरक्षण के अंदर, क्रीमीलेयर की वार्षिक आय 6 लाख रुपए थी। अब प्रदेश सरकार की नौकरियों में क्रीमीलेयर बढ़ाकर 8 लाख रुपए वार्षिक की जाएगी। भारत सरकार की तर्ज पर इसमें वेतन और कृषि से आय को शामिल नहीं किया जाएगा। इस योजना के तहत लाखों लोगों को फायदा होगा।
15 प्रतिशत से बढ़ाकर किया 27 प्रतिशत
हरियाणा मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि ग्रुप-ए और ग्रुप-बी के पदों में पिछड़े वर्गों का आरक्षण 15 प्रतिशत है। इसे केंद्र सरकार की तर्ज पर बढ़ाते हुए सभी पिछड़े वर्गों के लिए 27 प्रतिशत कर दिया जाएगा। इसके अलावा, नौकरियों में पिछड़ा वर्ग-ए और बी के बैकलॉग को प्राथमिकता दी जाएगी। सीएम ने बताया कि इसके लिए विशेष भर्ती अभियान चलाए जाएंगे। उन्होंने ओबीसी वर्ग के युवाओं को रोजगार सहज ढंग से मिले, इसके लिए हरियाणा कौशल रोजगार निगम में भी नियुक्ति के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा।
मोदी सरकार ने लोगों को बताया सशक्त
गुरुग्राम में ओबीसी मोर्चा सर्व समाज समरसता सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि 10 सालों में हरियाणा प्रदेश में ओबीसी समाज को हर स्तर पर लाभ पहुंचाने में सरकार ने अपना दायित्व निभाया है। प्रधानमंत्री मोदी की सोच ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के साथ योजनाओं से समाज के अंतिम व्यक्ति तक को जोड़ने का काम करते हुए लोगों को सशक्त बनाया है। केंद्र ने न केवल ओबीसी वर्ग, बल्कि देश के पिछड़े इलाकों को आकांक्षी जिला घोषित कर सर्वांगीण विकास की दिशा में सार्थक कदम बढ़ाए हैं।
संभावित प्रभाव
हरियाणा में भाजपा सरकार द्वारा ओबीसी समाज के लिए नौकरियों में आरक्षण बढ़ाने का निर्णय एक महत्वपूर्ण कदम है। यह निर्णय ओबीसी समुदाय के सामाजिक और आर्थिक उत्थान में मदद करेगा और उन्हें समाज की मुख्यधारा में शामिल होने के अधिक अवसर प्रदान करेगा। हालांकि, इस कदम को लागू करने में चुनौतियां हो सकती हैं, लेकिन सरकार की सही रणनीति और समर्पण से यह संभव हो सकता है।
सामाजिक और आर्थिक उत्थान
आरक्षण में वृद्धि से ओबीसी समुदाय के अधिक लोग सरकारी नौकरियों में शामिल हो सकेंगे। इससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और सामाजिक उत्थान भी होगा।
शैक्षिक अवसर
आरक्षण में वृद्धि से शैक्षिक संस्थानों में भी ओबीसी छात्रों को अधिक अवसर मिलेंगे। इससे ओबीसी छात्रों की उच्च शिक्षा में भागीदारी बढ़ेगी।
राजनीतिक समर्थन
इस निर्णय से भाजपा को ओबीसी समुदाय का समर्थन मिल सकता है। आगामी चुनावों में यह निर्णय पार्टी के लिए सकारात्मक परिणाम ला सकता है।