Lal Krishna Advani: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती कराया गया है। उनकी तबीयत को लेकर चिकित्सकों की एक टीम उनका इलाज कर रही है। लालकृष्ण आडवाणी को इसी वर्ष भारत सरकार द्वारा देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया है। आडवाणी देश के उपप्रधानमंत्री भी रह चुके हैं। लालकृष्ण आडवाणी भारतीय राजनीति के महत्वपूर्ण नेता रहे हैं और उनके स्वास्थ्य को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों में चिंता का माहौल है। सभी उनकी जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।
Table of Contents
एम्स के ओल्ड प्राइवेट वार्ड में है भर्ती
96 वर्षीय आडवाणी उम्र संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि उन्हें उम्र संबंधित दिक्कतों के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल उन्हें एम्स के जिरियाट्रिक डिपार्टमेंट (बुजुर्गों का इलाज करने वाला विभाग) के डॉक्टर्स की निगरानी में रखा गया है। वरिष्ठ नेता को एम्स के ओल्ड प्राइवेट वार्ड में रखा गया है। यूरोलॉजी से संबंधित उन्हें परेशानी है। यूरोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. अमलेश सेठ उनका इलाज कर रहे हैं। उनकी तबीयत अब ठीक बताई जा रही है।
डॉक्टरों की निगरानी में हैं पूर्व उपप्रधानमंत्री
अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार, पूर्व उपप्रधानमंत्री आडवाणी की तबीयत में सुधार हो रहा है। वे डॉक्टरों की निगरानी में हैं। AIIMS के चिकित्सकों ने कहा है कि उनकी स्थिति स्थिर है और उन्हें जल्द ही अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है। उनके स्वास्थ्य की ताजा जानकारी के लिए पार्टी और अस्पताल की ओर से लगातार अपडेट दिए जा रहे हैं।
लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से नवाजा गया
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आडवाणी को इस साल 30 मार्च को उनके आवास पर जाकर भारत रत्न से सम्मानित किया था। इससे पहले उनको साल 2015 में उन्हें देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से नवाजा गया। आडवाणी देश के उपप्रधानमंत्री भी रह चुके हैं। लालकृष्ण आडवाणी 1998 से 2004 तक सबसे लंबे समय तक गृह मंत्री रहे। लालकृष्ण आडवाणी ने 25 फरवरी, 1965 को कमला आडवाणी से शादी की थी। उनके दो बच्चें हैं, जिनका नाम प्रतिभा और जयंत हैं।
कराची में हुआ जन्म
आपको बता दें कि लालकृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर, 1927 को सिंध प्रांत (पाकिस्तान) में हुआ था। उनके पिता का नाम किशन चंद आडवाणी है। उन्होंने कराची के सेंट पैट्रिक्स स्कूल से पढ़ाई की है। 1942 में उन्होंने भारत छोडो आंदोलन के दौरान गिडूमल नेशनल कॉलेज में दाखिला लिया। इसके बाद उन्होंने 1944 में कराची के मॉडल हाई स्कूल में बतौर शिक्षक नौकरी की। अपने राजनीतिक करियर के दौरान लालकृष्ण आडवाणी को कई महत्वपूर्ण पद संभालने का मौका मिला। उन्होंने अयोध्या राम मंदिर आंदोलन में एक अग्रणी नेता की भूमिका निभाई थी।