Jharkhand Train Accident: झारखंड में मंगलवार को एक बड़ा रेल हादसा हुआ है। टाटानगर में पोटोबेड़ा के सरायकेला के पास हावड़ा से मुंबई जा रही ट्रेन के 18 डिब्बे पटरी से उतर गए। इस हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई और 30 लोग घायल हो गए। रेलवे ने सभी घायलों को प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराया है और दुर्घटना स्थल से यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए स्पेशल कोचिंग रेक और बसों की व्यवस्था की है। दुर्घटना स्थल पर पहुंचे साउथ ईस्टर्न रेलवे के जीएम अनिल कुमार मिश्रा ने पत्रकारों को बताया कि रेलवे इस घटना की जांच कराएगी और उसके आधार पर जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।
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हादसे के कारणों की जांच में जुटा रेल प्रशासन
यह घटना रेलवे यात्रियों के लिए एक बड़ी त्रासदी है, और इस मुश्किल समय में प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करना महत्वपूर्ण है। रेल प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों द्वारा दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि घायलों को सभी आवश्यक मदद प्राप्त हो। दक्षिण पूर्व रेलवे के सीपीआरओ ओम प्रकाश ने बताया कि आज सुबह 12810 हावड़ा-मुंबई मेल दुर्घटना ग्रस्त हो गई। मौके पर तुरंत ही राहत और और बचाव कार्य शुरू किया गया।
रेल मंत्रालय ने मुआवजे का किया ऐलान
चक्रधरपुर में हुए रेल हादसे में रेल मंत्रालय ने मुआवजे की घोषणा की है। रेल मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर इसकी जानकारी दी है। रेलवे के अनुसार, इस ट्रेन दुर्घटना में मृतक के परिजनों को 10 लाख और घायलों को 5 लाख देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही जिन यात्रियों को साधारण चोट आई उन्हें एक लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।
राज्य सरकार भी देगी मदद
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और दीपक बिरुआ भी घटनास्थल पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मृतकों के परिजनों को राज्य सरकार अपनी ओर से दो-दो लाख दिए जाएंगे। वहीं, इस दुर्घटना में घायल होने वालों को पचास-पचास हजार रुपए की सहायता देगी।
‘रेल सेफ्टी की चुनौतियों का समाधान ढूंढना चाहिए’
जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने रेल हादसों को लेकर चिंता जताई है। रंजन ने कहा कि जिंदगियां अहम हैं और चुनौतियों से पार पाने के लिए समाधान ढूंढना आवश्यक है। राजीव रंजन ने कहा कि भारतीय रेलवे अर्थव्यवस्था की लाइफलाइन है। पूरा देश कहीं न कहीं रेल मार्ग से जुड़ा हुआ है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि यात्रियों की जिंदगी बेहद अहम है और ऐसे में हाल के दुर्घटनाओं से साफ है कि सेफ्टी को लेकर जो चुनौतियां हैं उसका समाधान ढूंढा जाना बेहद आवश्यक है।
सीएम सोरेन ने अधिकारियों को दिए निर्देश
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने टाटानगर में हुई दुखद ट्रेन दुर्घटना के बाद अधिकारियों को निर्देश दिया है कि घायलों के इलाज के लिए समुचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट में सिंहभूम और सरायकेला के जिला कलेक्टरों (डीसी) को टैग करते हुए लिखा कि घायल यात्रियों तक हर संभव मदद पहुंचाई जाए।