Doda Encounter: जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में 15 अगस्त से पहले बुधवार को हुए मुठभेड़ में भारतीय सेना के एक कैप्टन शहीद हो गए। भारतीय सेना की राष्ट्रीय राइफल, सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर की एसओजी ने चार आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया। यह मुठभेड़ 48 राष्ट्रीय राइफल्स के साथ हुई। अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान चार आतंकियों के मारे जाने खबर है। यह मुठभेड़ आतंकवादियों के खिलाफ चल रहे अभियान का हिस्सा थी, जो स्वतंत्रता दिवस के पहले सुरक्षा को और कड़ा करने के उद्देश्य से चलाया गया। इस कार्रवाई ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिबद्धता को दिखाया है।
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आतंकियों की तलाश जारी
मुठभेड़ के दौरान भारी गोलीबारी हुई और सुरक्षाबलों ने आतंकियों की तलाश जारी रखी है। ऑपरेशन के दौरान युद्ध जैसी सामग्री और भंडार भी बरामद किए गए हैं। मुठभेड़ के दौरान आतंकियों से भारी मात्रा में हथियार और गोलाबारूद भी बरामद किया गया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि ये आतंकी किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में थे। व्हाइट नाइट कॉर्प्स के अनुसार, यह ऑपरेशन अभी भी जारी है और सुरक्षा बल आतंकियों का सफाया करने में जुटे हुए हैं।
डोडा के असर बॉर्डर के जंगलों में छिपे हुए हैं आतंकी
सूत्रों के मुताबिक, सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि कुछ आतंकी जम्मू के उधमपुर जिले के पटनीटॉप और डोडा जिले के असर बॉर्डर के जंगलों में छिपे हुए हैं। इस सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों ने इलाके में वाहन सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इस आतंकरोधी कार्रवाई में भारतीय सेना के 48 राष्ट्रीय राइफल्स के एक सैन्य अधिकारी कैप्टन दीपक शहीद हो गए हैं।
भारी मात्रा में हथियार और गोला गोला-बारूद बरामद
मंगलवार शाम 7:00 से 8:00 बजे के बीच सुरक्षाबल उस स्थान पर पहुंचे, जहां आतंकी छिपे हुए थे। बताया जा रहा है कि आतंकवादी एक कमरे में आराम कर रहे थे और उनके पास भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी मौजूद था। आतंकियों ने अपने पास हथियार रखे हुए थे और उनके पास गोला-बारूद का भंडार भी था।
सुरक्षाबलों ने चार आतंकवादियों को मार गिराया
सुरक्षाबलों की कार्रवाई के दौरान भारी गोलीबारी हुई, जिसमें चार आतंकवादियों को मार गिराया गया और कुछ हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किए गए। इस ऑपरेशन ने इलाके में एक बड़े हमले की साजिश को विफल कर दिया और स्वतंत्रता दिवस के पहले सुरक्षा की स्थिति को मजबूत किया।
रक्षा मंत्री ने आतंकी हमलों पर बुलाई बैठक
जम्मू-कश्मीर में हालिया आतंकी गतिविधियों और सेना पर किए जा रहे हमलों को ध्यान में रखते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 14 अगस्त को एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, डीजीएमओ, और सुरक्षा एजेंसियों के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए।
आतंकियों से निपटने के लिए सशक्त योजना तैयार
बैठक का उद्देश्य आतंकियों से निपटने के लिए एक सशक्त योजना तैयार करना था। इसमें जम्मू-कश्मीर के मौजूदा सुरक्षा हालात, आतंकवादियों की गतिविधियों, और उन पर काबू पाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर विस्तार से चर्चा की गई। स्वतंत्रता दिवस के पहले इस बैठक को सुरक्षा के दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।