Delhi Blast: दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास 10 नवंबर की शाम को हुए कार विस्फोट ने पूरे देश को सदमे में डाल दिया है। इस जघन्य आतंकवादी घटना में कम से कम 13 निर्दोष लोगों की जान चली गई, जबकि 27 से अधिक लोग घायल हुए। i20 कार चलाने वाला शख्स कोई और नहीं बल्कि डॉक्टर उमर ही था। इस बात की पुष्टि DNA से हुई है। जांच एजेंसियों ने डॉक्टर उमर की मां के DNA सैंपल्स को i20 कार से मिली हड्डियों और दांतों के DNA सैंपल्स से मैच करवाया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंगलवार को इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और मृतकों को दो मिनट का मौन समर्पित किया। मंत्रिमंडल ने इसे ‘राष्ट्र-विरोधी ताकतों’ द्वारा अंजाम दिया गया ‘नृशंस कृत्य’ करार देते हुए आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति दोहराई।
Table of Contents
Delhi Blast: सैकड़ों मीटर दूर तक गूंजी धमाके की आवाज
घटना के समय लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास एक हुंडई i20 कार (रजिस्ट्रेशन नंबर डीएल 8सीए 1234) ट्रैफिक सिग्नल पर रुकी थी। लगभग 6:50 बजे एक जोरदार धमाका हुआ, जो अमोनियम नाइट्रेट से लदे कार बम का था। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि आसपास की 10 से अधिक गाड़ियां आग की लपटों में घिर गईं, सड़क की लाइटें फूट गईं और सैकड़ों मीटर दूर तक धमाके की आवाज गूंजी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धुआं और आग का गोला देखते ही इलाके में अफरा-तफरी मच गई। दिल्ली फायर सर्विसेज को 6:50 से 7:05 बजे के बीच कई कॉल्स मिलीं, और सात फायर टेंडर तुरंत मौके पर पहुंचे।
Delhi Blast: सरकार ने दिल्ली ब्लास्ट को माना आतंकी घटना
प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में मंत्रिमंडल ने मंगलवार को एक प्रस्ताव पारित कर मृतकों के प्रति गहरी श्रद्धांजलि दी। मंत्रिमंडल ने कहा, ‘देश ने सोमवार शाम लाल किले के पास राष्ट्र-विरोधी ताकतों द्वारा की गई जघन्य आतंकवादी घटना का साक्षी बना। इस विस्फोट में कई निर्दोषों की मौत हुई और कई घायल हुए।’ मंत्रिमंडल ने शोकाकुल परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की और सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की। साथ ही, चिकित्सा कर्मियों और आपातकालीन सेवाओं के त्वरित प्रयासों की सराहना की।
Delhi Blast: निंदा प्रस्ताव किया पारित
मंत्रिमंडल ने इस ‘कायराना कृत्य’ की कड़ी निंदा की और निर्दोषों की हत्या के लिए जिम्मेदारों को सख्त सजा दिलाने का संकल्प लिया। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, ‘सरकार अपराधियों, उनके सहयोगियों और प्रायोजकों की तत्परता से जांच कर उन्हें न्याय के कटघरे में लाएगी। स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।’ मंत्रिमंडल ने अधिकारियों, सुरक्षा एजेंसियों और नागरिकों की समन्वित प्रतिक्रिया की भी प्रशंसा की, जो विपरीत परिस्थितियों में साहस दिखा रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को लोक नायक जयप्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल का दौरा कर घायलों से मुलाकात की और कहा, ‘षड्यंत्रकारियों को बख्शा नहीं जाएगा।’
Delhi Blast: पुलिस को बड़ी सफलता: फरीदाबाद से संदिग्ध कार बरामद
जांच में दिल्ली पुलिस को बुधवार को बड़ी सफलता मिली। फरीदाबाद के खंदावली गांव के पास से एक संदिग्ध लाल रंग की फोर्ड इको स्पोर्ट्स कार (रजिस्ट्रेशन नंबर डीएल 10 सीके 0458) बरामद की गई। यह कार मुख्य आरोपी उमर नबी के नाम पर रजिस्टर्ड है, जिस पर विस्फोट वाली i20 कार चलाने का शक है। सीसीटीवी फुटेज में उमर को i20 ड्राइव करते देखा गया, जिसके बाद दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में छापेमारी तेज हो गई। कार दिल्ली के एक पते पर रजिस्टर्ड है और 2024 में श्रीनगर में सर्विस हुई थी। सूत्रों के अनुसार, यह कार कश्मीर से दिल्ली लाई गई थी।
सुनेहरी मस्जिद के पास खड़ी रही तीन घंटे कार
इससे पहले, दिल्ली पुलिस ने पूरे शहर के थानों, चौकियों और बॉर्डर पॉइंट्स को अलर्ट किया था। फरीदाबाद पुलिस ने कार को जब्त कर फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया। साथ ही, विस्फोट वाली i20 कार के 11 घंटे के रूट का नक्शा तैयार किया गया, जिसमें यह सुनेहरी मस्जिद के पास तीन घंटे खड़ी रही। विशेष सेल के अनुसार, यह संभवत: सुसाइड अटैक था, जहां आरोपी ने घबराहट में समय से पहले बम फोड़ा।
एनआईए की विशेष टीम और जांच का दायरा
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को 10 सदस्यीय विशेष टीम गठित की, जिसका नेतृत्व एडीजी विजय सखारे करेंगे। इसमें एक आईजी, दो डीआईजी, तीन एसपी और चार डीएसपी शामिल हैं। एजेंसी ने यूएपीए और एक्सप्लोसिव्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया। जांच में सामने आया कि विस्फोट अमोनियम नाइट्रेट से भरा था, जो फरीदाबाद के एक ‘व्हाइट कॉलर’ टेरर मॉड्यूल से जुड़ा है। 9 नवंबर को फरीदाबाद में 350 किलोग्राम विस्फोटक, हथियार और टाइमर बरामद हुए थे। संदिग्ध अल फलाह यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज से जुड़े पेशेवर हैं।
यूपी से नौ संदिग्ध हिरासत
कानपुर से नौ संदिग्ध हिरासत में लिए गए, जबकि 300 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट अभी गायब है। सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ाई गई है और मोबाइल डंप डेटा एकत्र हो रहा है। दिल्ली, यूपी, बिहार, मुंबई और जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट है। रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, बाजार और धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई। लाल किला मेट्रो स्टेशन 12 नवंबर को भी बंद रहा।
यह भी पढ़ें:-
