Delhi Blast: राष्ट्रीय राजधानी के लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए भीषण कार बम विस्फोट के मुख्य आरोपी डॉ. उमर मोहम्मद का पुलवामा स्थित पैतृक घर सुरक्षा बलों ने शुक्रवार तड़के पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। नियंत्रित विस्फोट से की गई इस कार्रवाई को आतंक के समर्थकों को कड़ा संदेश बताया जा रहा है। देश भर में हाई अलर्ट जारी है और खुफिया एजेंसियां अन्य संभावित मॉड्यूल्स पर नजर रखे हुए हैं।
Delhi Blast: रातोंरात ऑपरेशन, घर मलबे में तब्दील
पुलवामा जिले के त्राल क्षेत्र में स्थित डॉ. उमर के तीन मंजिला मकान को जम्मू-कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ और सेना की संयुक्त टीम ने घेराबंदी कर नियंत्रित धमाके से उड़ा दिया। सुबह तक पूरा घर मलबे का ढेर बन चुका था। इससे पहले परिवार को घर खाली करने का समय दिया गया था। अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई कानूनी प्रक्रिया के तहत की गई है और पहले भी पहलगाम आतंकी हमले के आरोपियों के घर इसी तरह ढहाए गए थे।
Delhi Blast: 10 नवंबर की शाम दिल्ली में दहल गया लाल किला क्षेत्र
10 नवंबर की शाम करीब 6:52 बजे नेताजी सुभाष मार्ग पर एक ह्यूंदई i20 कार में हुआ शक्तिशाली विस्फोट ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। विस्फोट इतना जोरदार था कि आसपास की गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं और 13 निर्दोष लोगों की मौत हो गई, जबकि 30 से अधिक गंभीर रूप से घायल हो गए। घटनास्थल से बरामद डीएनए सैंपल की जांच से पता चला कि विस्फोट के समय कार में डॉ. उमर मोहम्मद खुद मौजूद थे। उनके डीएनए का मिलान उनकी मां से लिए गए सैंपल से हुआ।
Delhi Blast: दोपहर से ही दिल्ली में घूम रहा था आतंकी
दिल्ली पुलिस के हाथ नया सीसीटीवी फुटेज लगा है जिसमें डॉ. उमर दोपहर करीब 2:05 बजे कनॉट प्लेस के आउटर सर्कल पर विस्फोटक से लदी i२० चला रहा है। इसके बाद वह मयूर विहार की ओर जाता दिखा और शाम को लाल किले के पास पहुंचकर विस्फोट को अंजाम दिया।
दूसरी गाड़ी बरामद, सीरियल कार बम की थी साजिश!
जांच एजेंसियों ने गुरुवार को एक और वाहन मारुति ब्रेजा, बरामद कर लिया जो पहले गायब था। डॉ. उमर की एक फोर्ड इकोस्पोर्ट पहले ही फरीदाबाद से मिल चुकी है। सूत्र बता रहे हैं कि आतंकी मॉड्यूल दिल्ली में एक साथ कई कार बम धमाकों की योजना बना रहा था, लेकिन समय रहते साजिश का पर्दाफाश हो गया।
Delhi Blast: एनआईए ने संभाला जांच का जिम्मा
घटना के तुरंत बाद दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल से जांच एनआईए को सौंप दी गई। एनआईए ने मौके पर फॉरेंसिक टीमें तैनात कर विस्फोटक अवशेष, गाड़ी के पुर्जे और डिजिटल सबूत जुटाए। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस घटना को “राष्ट्र-विरोधी ताकतों द्वारा किया गया जघन्य आतंकी कांड” करार देते हुए दो मिनट का मौन रखा गया। कैबिनेट ने जांच को “सर्वोच्च प्राथमिकता” देने और सभी दोषियों व सरपरस्तों को शीघ्र सजा दिलाने के निर्देश दिए।
अल-फलाह यूनिवर्सिटी की सदस्यता निलंबित
डॉ. उमर मोहम्मद फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में लेक्चरर थे। घटना के एक दिन बाद ही एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज (AIU) ने यूनिवर्सिटी की सदस्यता तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दी।
आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति जारी
घर ढहाने की इस कार्रवाई को केंद्र सरकार की आतंक के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा बताया जा रहा है। गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘जो लोग आतंक को पनाह देंगे या समर्थन करेंगे, उनके खिलाफ सबसे सख्त कार्रवाई होगी।’
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