Alamgir Alam Arrest : झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। आलमगीर आलम के सचिव के नौकर के घर से 37 करोड़ रुपए से अधिक कैश बरामद हुआ था इसी सिलसिले में उनसे पहले पूछताछ इसके बाद ईडी ने उन्हें अरेस्ट कर लिया है। आपको बता दें कि आलमगीर आलम से ईडी ने मंगलवार को भी 10 घंटे तक पूछताछ की थी। सारा पैसा ग्रामीण इलाकों में सड़क निर्माण के टेंडर के बदले कमीशन का था। बुधवार को आलमगीर के जवाब से ईडी संतुष्ट नहीं होने पर एजेंसी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
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जानिए क्यों हुई ये कार्रवाई
कांग्रेस नेता आलमगीर आलम को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रांची में जांच एजेंसी द्वारा पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। उनके खिलाफ यह कार्रवाई उनके निजी सचिव (पीएस) संजीव लाल की घरेलू सहायिका के घर से 35 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी बरामदगी के मामले में की गई है। आपको बता दें कि पिछले दिनों जांच एजेंसी ईडी ने रांची में कई जगहों पर छापेमारी की थी। इस दौरान यह कैश बरामद किया गया। कैश को गिनने के लिए कई मशीनें भी लाई गई थीं, सभी 500 के नोट थे।
ईडी ने जब्त किए थे 35 करोड़ कैश
बता दें कि 35 करोड़ रुपये से ज्यादा कैश बरामद करने के बाद ईडी ने संजीव कुमार लाल और उनके नौकर जहांगीर आलम को गिरफ्तार किया था। 6 मई को ईडी ने आलमगीर आलम के पीएस और अन्य करीबी सहयोगियों के आवास पर छापेमारी की थी। जब्त किए गए नोटों की गिनती देर रात तक जारी रही और कुल 35.23 करोड़ रुपये बरामद किए गए। आलम पाकुड़ विधानसभा से कांग्रेस के 4 बार विधायक रहे हैं। वर्तमान में राज्य सरकार में संसदीय कार्य और ग्रामीण विकास मंत्री हैं। इससे पहले आलमगीर आलम 20 अक्टूबर 2006 से 12 दिसंबर 2009 तक झारखंड विधानसभा अध्यक्ष भी रहे।
पूछताछ में कबूले कमीशन और रिश्वत की बात
अधिकारियों के अनुसार, जहांगीर आलम ने प्रारंभिक पूछताछ में स्वीकार किया कि वह कमीशन और रिश्वत से अर्जित धन का केयरटेकर था, जिसके लिए उसे प्रति माह लगभग 15,000 रुपए का वेतन मिलता था। ईडी ने संजीव के आवास से 10 लाख रुपए और उनकी पत्नी की कंस्ट्रक्शन कंपनी के पार्टनर बिल्डर मुन्ना सिंह के आवास से 2.93 करोड़ रुपये जब्त किए हैं।
संजीव से मिलते थे पैसों का बंडल
सूत्रों ने कहा कि यह मंत्री आलमगीर ही थे, जिन्होंने जहांगीर को अपने पीएस संजीव कुमार लाल के आवास पर नौकर के रूप में नियुक्त किया था। इससे पहले, कुछ दिनों के लिए उन्होंने मंत्री के आवास पर भी काम किया था। संजीव कुमार लाल ने उनके लिए रांची के सर सैयद रेजिडेंस अपार्टमेंट में एक फ्लैट किराए पर लिया था। सूत्रों ने कहा कि संजीव उसे हर एक या दो दिन में एक बैग या पैसों का बंडल देता था, जिसे वह इस फ्लैट की अलमारी में रखता था।