Vishnu Deo Sai: छत्तीसगढ़ में आज से धान खरीदी का कार्य शुरू हो गया है। इस साल राज्य में 1.35 लाख नए किसानों की संख्या में वृद्धि हुई है, जिससे कुल किसानों की संख्या अब और अधिक हो गई है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर किसानों को बधाई दी और कहा कि सरकार इस साल भी किसानों के हित में काम कर रही है। इस वर्ष की धान खरीदी में किसानों के अधिकारों का संरक्षण और सरकार द्वारा पारदर्शिता बनाए रखने का पूरा ध्यान रखा जाएगा। कुल 33 जिलों में यह धान की खरीदी की जा रही है। राज्य सरकार ने साल 2024-25 के लिए 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का अनुमान लगाया है।
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72 घंटे के भीतर होगा भुगतान
मुख्यमंत्री ने किसानों को आश्वस्त किया कि 72 घंटे के भीतर उनकी फसल का भुगतान कर दिया जाएगा, जिससे किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने किसानों से यह भी अपील की कि वे धान बेचने के दौरान सभी निर्देशों का पालन करें, ताकि प्रक्रिया सरल और पारदर्शी तरीके से पूरी हो सके।
सीएम साय ने किसानों को धान खरीदी की दी शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने धान खरीदी की शुरुआत को लेकर एक पोस्ट में लिखा है, जिसमें उन्होंने किसानों को बधाई दी और धान खरीदी प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, प्रदेश के मेरे किसान साथियों आप सभी को जय जोहार! आज से छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की शुरुआत हो रही है, जिसके तहत हमारी सरकार ने आप सभी की सुविधा के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
27 लाख से अधिक किसानों का धान खरीदेगी सरकार
सीएम साय ने किसानों को आश्वस्त करते हुए कहा, अन्नदाता साथियों के धान का एक-एक दाना खरीदना हमारा लक्ष्य है, जिसके तहत इस बार 27 लाख से अधिक किसानों का धान हमारी सरकार खरीदेगी और भुगतान भी 72 घंटे के अंदर सुनिश्चित करेंगे।
2739 उपार्जन केंद्र
इसके साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि 2739 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से किसानों को सुविधाजनक तरीके से धान बेचने का अवसर मिलेगा, ताकि उन्हें अधिक दूरी तय न करनी पड़े और पूरी प्रक्रिया पारदर्शिता के साथ हो सके। सीएम विष्णुदेव साय ने किसानों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, धान खरीदी का पर्व जम्मो किसान साथी मनला गाड़ा-गाड़ा बधई अउ शुभकामना…।
ऑनलाइन और ऑफलाइन टोकन
शासन ने धान खरीदी की प्रक्रिया को और भी सुगम और सुविधाजनक बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इस बार 100% ऑनलाइन और ऑफलाइन टोकन काटने की व्यवस्था की गई है, जिससे किसानों को अपनी धान की बिक्री के लिए आसानी से टोकन प्राप्त हो सकेगा। इस प्रकार, शासन ने किसानों के लिए धान खरीदी प्रक्रिया को पारदर्शी और सुविधाजनक बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए हैं।
50% नए और 50% पुराने बारदान
इसके अलावा, धान खरीदी केंद्रों पर नमी मापक यंत्र की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है, ताकि धान की नमी का सही आकलन किया जा सके और गुणवत्ता के हिसाब से खरीदी की जा सके। बोरे और बरदानों की व्यवस्था भी ध्यान में रखी गई है, और इस बार भी धान खरीदी 50% नए और 50% पुराने बारदानों में की जाएगी, ताकि किसानों को कोई परेशानी न हो।
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