Raipur Steel Plant Accident: छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले के सिलतारा औद्योगिक क्षेत्र में स्थित निर्माणाधीन गोदावरी इस्पात लिमिटेड (गोदावरी स्टील प्लांट) में शुक्रवार शाम को एक भयानक हादसा हो गया। प्लांट की संरचना का एक हिस्सा अचानक ढहने से छह मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि छह अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। बचाव कार्यों के दौरान पांच अन्य मजदूरों के मलबे में फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। इस घटना ने औद्योगिक सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
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Raipur Steel Plant Accident: संरचना ढहने से मची अफरा-तफरी
हादसा शुक्रवार शाम को प्लांट में चल रहे निर्माण कार्य के दौरान हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मजदूर छत या दीवार की मरम्मत कर रहे थे कि अचानक एक भारी संरचना ढह गई। मलबे के ढेर में दबकर कई मजदूर फंस गए। एक मजदूर ने बताया, हम काम कर रहे थे कि जोरदार आवाज के साथ सब कुछ गिर पड़ा। धमाके जैसी आवाज आई और धूल का गुबार छा गया। हम भागे-भागे मदद के लिए चिल्लाए। हादसे के तुरंत बाद अफरा-तफरी मच गई, और मजदूरों ने एक-दूसरे को बचाने की कोशिश की। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, यह प्लांट की छत का हिस्सा था, जो निर्माणाधीन होने के कारण अस्थिर हो गया था।
धूल और धुंएं के कारण सांस लेना हुआ मुश्किल
स्थानीय निवासियों ने बताया कि इलाके में धूल और धुंएं के कारण सांस लेना मुश्किल हो गया। हादसे की सूचना मिलते ही सिलतारा चौकी पुलिस, फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं। बचाव कार्य रातभर चला, जिसमें क्रेन और भारी मशीनरी का इस्तेमाल किया गया। रायपुर एसएसपी लाल उमेद सिंह ने कहा, हमें सूचना मिली कि गोदावरी इस्पात प्लांट में छत ढह गई है। हमने तुरंत बचाव अभियान शुरू किया। छह शव बरामद हो चुके हैं, और छह घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। पांच अन्य के फंसे होने की आशंका है, इसलिए कार्य जारी है।
Raipur Steel Plant Accident: घायलों का इलाज: कई आईसीयू में भर्ती
हादसे में घायल छह मजदूरों को तत्काल नजदीकी निजी अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि पहुंचने पर दो को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि चार की हालत गंभीर है। ये सभी आईसीयू में भर्ती हैं, जहां डॉक्टरों की टीम 24 घंटे निगरानी रख रही है। एक चिकित्सक ने कहा, घायलों को सिर, छाती और पैरों में गंभीर चोटें आई हैं। कुछ को सर्जरी की जरूरत पड़ी है। उनकी हालत स्थिर करने की कोशिश जारी है। हादसे में एक एजीएम की भी मौत हो गई, जबकि जीएम घायल बताए जा रहे हैं। मृतकों में अधिकांश स्थानीय और पड़ोसी राज्यों से आए मजदूर शामिल हैं।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
प्लांट के बाहर मृतकों और घायलों के परिजनों का जमावड़ा लग गया। चीख-पुकार और शोक का माहौल है। एक परिजन ने रोते हुए कहा, मेरा भाई रोजगार के लिए यहां आया था, अब ये हाल। कोई जिम्मेदार नहीं है क्या? स्थानीय लोग हादसे से परेशान हैं, और इलाके में तनाव का माहौल है। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बैरिकेडिंग की और परिजनों को अस्पताल ले जाने में मदद की।
सीएम का शोक और जांच का ऐलान
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हादसे का संज्ञान लेते हुए ट्वीट कर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, रायपुर के सिलतारा में गोदावरी स्टील प्लांट हादसे से स्तब्ध हूं। मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की सहायता और घायलों के इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। एडिशनल एसपी रायपुर लखन पटले ने बताया, यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। प्लांट में निर्माण कार्य के दौरान एक दीवार या छत गिरी। छह मौतें हुई हैं, और छह घायल हैं। जांच पूरी होने पर कार्रवाई होगी।
सुरक्षा मानकों पर सवाल: क्या थी लापरवाही?
सिलतारा चौकी पुलिस ने हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है। शुरुआती रिपोर्ट में संरचनात्मक अस्थिरता को वजह बताया गया है, लेकिन अधिकारियों ने लापरवाही की संभावना से इंकार नहीं किया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, हम सबूत जुटा रहे हैं, गवाहों से पूछताछ कर रहे हैं। निर्माण सामग्री की गुणवत्ता और सुरक्षा प्रोटोकॉल की जांच होगी। यह घटना छत्तीसगढ़ के औद्योगिक क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों की पुनर्समीक्षा की मांग को तेज कर रही है। पिछले वर्षों में भी सिलतारा में कई छोटे-मोटे हादसे हुए हैं, लेकिन इतना बड़ा हादसा दुर्लभ है।
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