Naxalites Encounter: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में एक करोड़ रुपये का इनामी माओवादी समेत 24 लोग मारे गए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस अभियान को बड़ी सफलता बताया। जयराम रेड्डी एक वरिष्ठ माओवादी नेता जिन्हें चलपति के नाम से भी जाना जाता है, छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा पर एक जंगल में हुई गोलीबारी में मारे गए। जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), छत्तीसगढ़ से कोबरा और ओडिशा से विशेष अभियान समूह (एसओजी) के सुरक्षा कर्मियों की एक संयुक्त टीम इस अभियान में शामिल थी। बता दें कि गरियाबंद SP निखिल राखेचा, ओडिशा के नुआपाड़ा SP राघवेंद्र गूंडाला, ओडिशा DIG नक्सल ऑपरेशन अखिलेश्वर सिंह और कोबरा कमांडेंट डीएस कथैत ऑपरेशन की मॉनिटरिंग में शामिल है।
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भारी मात्रा में गोला-बारूद और एक सेल्फ-लोडिंग राइफल सहित आईईडी बरामद
यह अभियान छत्तीसगढ़ के कुलारीघाट रिजर्व वन में माओवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी के आधार पर शुरू किया गया था। यह ओडिशा के नुआपाड़ा जिले की सीमा से सिर्फ पांच किलोमीटर दूर है। एक अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में आग्नेयास्त्र, गोला-बारूद और एक सेल्फ-लोडिंग राइफल सहित आईईडी बरामद किए गए हैं। इलाके में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चल रहा है।
अमित शाह ने इस अभियान को बताया बड़ी सफलता
मार्च 2026 तक माओवादियों को खत्म करने की कसम खाने वाले अमित शाह ने मुठभेड़ को नक्सलवाद पर एक और बड़ा प्रहार बताया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट पर लिखा, नक्सल मुक्त भारत बनाने की दिशा में हमारे सुरक्षा बलों ने बड़ी सफलता हासिल की है। सीआरपीएफ, एसओजी ओडिशा और छत्तीसगढ़ पुलिस ने ओडिशा-छत्तीसगढ़ सीमा पर एक संयुक्त अभियान में 24 नक्सलियों को मार गिराया।
छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा पर नक्सल विरोधी अभियान तेज
छत्तीसगढ़ और ओडिशा की सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ बड़े स्तर पर संयुक्त अभियान शुरू किया है। रविवार रात को शुरू हुआ यह ऑपरेशन अब निर्णायक मोड़ पर है। भालू डिग्गी जंगल में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच सोमवार से रुक-रुक कर फायरिंग हो रही है, जो मंगलवार को भी जारी रही।
1000 जवानों ने 60 नक्सलियों को घेरा
इस ऑपरेशन में छत्तीसगढ़ पुलिस, ओडिशा पुलिस, सीआरपीएफ और अन्य सुरक्षा बलों के करीब 1000 जवान शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार, जंगल के अंदर लगभग 60 नक्सलियों को घेर लिया गया है। इनमें कई शीर्ष नक्सली कमांडर भी हो सकते हैं।
ड्रोन से निगरानी, फायरिंग जारी
ऑपरेशन में आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। ड्रोन से नक्सलियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। सोमवार को दिनभर रुक-रुक कर गोलाबारी हुई। सुरक्षाबल पूरी सावधानी के साथ नक्सलियों को घेरे हुए हैं और उनके हर कदम पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
4 दिन पहले 18 नक्सली ढेर
छत्तीसगढ़ और तेलंगाना बॉर्डर पर 16 जनवरी को सुरक्षा बलों ने बड़ी कामयाबी हासिल की। मुठभेड़ में 18 नक्सली मारे गए, जिनमें से कई शीर्ष नेता थे। इस कार्रवाई में सेंट्रल कमेटी मेंबर (SCM) दामोदर भी ढेर हो गया, जिस पर 50 लाख रुपए का इनाम था। यह ऑपरेशन छत्तीसगढ़ और तेलंगाना पुलिस के संयुक्त प्रयास से किया गया। फोर्स ने इलाके को घेर कर नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई की। मुठभेड़ में 18 नक्सली मारे गए, जिनमें से 12 के शव बरामद कर लिए गए। इनमें से 10 नक्सलियों की पहचान की जा चुकी है। मारे गए नक्सलियों में 5 महिला नक्सली भी शामिल थीं।
SCM दामोदर का खात्मा
मारे गए नक्सलियों पर कुल 59 लाख रुपए का इनाम घोषित था। इस मुठभेड़ में दामोदर की मौत सुरक्षा बलों के लिए बड़ी सफलता है। दामोदर नक्सलियों की केंद्रीय कमेटी का सदस्य था और संगठन का महत्वपूर्ण रणनीतिकार माना जाता था। फोर्स ने 12 शव बरामद किए, जबकि 6 नक्सलियों के शव उनके साथी अपने साथ ले गए।
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