Naxalite Arrested: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चलाए जा रहे अभियान में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। सुकमा जिले में सीआरपीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम ने नक्सल विरोधी अभियान के तहत एक दो लाख रुपए की इनामी महिला नक्सली को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा, गरियाबंद जिले के मैनपुर थाना क्षेत्र के गौरमुंड जंगल से दो शक्तिशाली आईईडी बम बरामद किए गए हैं। सुरक्षा बलों ने इन्हें समय रहते निष्क्रिय कर दिया, जिससे एक बड़ी दुर्घटना टल गई।
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Naxalite Arrested: सुकमा में महिला नक्सली गिरफ्तार
सुकमा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, सीआरपीएफ और जिला बल की संयुक्त टीम ने नक्सल विरोधी अभियान के तहत जगरगुंडा थाना क्षेत्र में दबिश दी। इस दौरान मिड़ियम बुधरी नाम की महिला नक्सली को गिरफ्तार किया गया, जिस पर दो लाख रुपए का इनाम घोषित था। पुलिस के अनुसार, बुधरी 13 सितंबर 2024 को एक व्यक्ति की हत्या में शामिल थी। नक्सलियों ने उसे पुलिस मुखबिर होने के शक में पहले बेरहमी से पीटा और फिर रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी थी।
Naxalite Arrested: नक्सली नेटवर्क के लिए बड़ा झटका
पुलिस की मानें तो बुधरी की गिरफ्तारी नक्सली नेटवर्क के लिए बड़ा झटका है। पूछताछ के दौरान उससे कई अहम जानकारियां मिलने की उम्मीद जताई जा रही है, जिससे भविष्य में नक्सल विरोधी कार्रवाई को और मजबूती मिल सकती है।
Naxalite Arrested: गरियाबंद में दो आईईडी बरामद
वहीं, गरियाबंद जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत जिला बल और सीआरपीएफ की टीम को गौरमुंड के जंगलों में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर असिस्टेंट कमांडेंट सुधीर कुमार के नेतृत्व में सुरक्षा बलों की टीम रवाना हुई। जंगल में सघन तलाशी अभियान के दौरान टीम को जमीन में दबाकर रखे गए दो आईईडी बम मिले, जिनका वजन करीब पांच-पांच किलोग्राम था।
बमों को सावधानीपूर्वक किया निष्क्रिय
सुरक्षा बलों ने इन बमों को सावधानीपूर्वक निष्क्रिय किया। पुलिस का कहना है कि यदि ये बम विस्फोट करते तो न केवल सुरक्षा बलों, बल्कि जंगल के पास रहने वाले ग्रामीणों और उनके मवेशियों को भी गंभीर नुकसान हो सकता था। इसके अलावा तलाशी के दौरान जंगल से नक्सलियों द्वारा उपयोग की जाने वाली अन्य सामग्रियां जैसे सोलर प्लेट, वायर, बर्तन आदि भी बरामद की गईं।
केंद्र सरकार का लक्ष्य: 2026 तक नक्सलवाद का समापन
गौरतलब है कि केंद्र सरकार मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद को पूरी तरह खत्म करने की दिशा में काम कर रही है। इसके तहत छत्तीसगढ़ के सुकमा, बस्तर और सरगुजा जैसे नक्सल प्रभावित इलाकों में विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। हाल के महीनों में सुरक्षाबलों को लगातार सफलता मिल रही है, जिससे नक्सली गतिविधियों पर काफी हद तक लगाम लगाई जा सकी है।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चौकसी बढ़ी
सुरक्षा एजेंसियों ने साफ किया है कि नक्सली अब भी नए इलाकों में पांव जमाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सुरक्षा बलों की सक्रियता और जनता के सहयोग से उनके मंसूबों पर लगातार पानी फिर रहा है। ग्रामीणों से भी अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत प्रशासन को दें, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके। सुकमा और गरियाबंद में हुई यह कार्रवाई नक्सल उन्मूलन अभियान की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है, जिससे राज्य में शांति और स्थिरता कायम करने के प्रयासों को बल मिलेगा।
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