Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों को नक्सल विरोधी अभियान के तहत एक और बड़ी सफलता मिली है। सुरक्षाबलों ने नेशनल पार्क क्षेत्र के घने जंगलों में एक मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी के सदस्य और चार राज्यों के मोस्ट वांटेड टॉप कमांडर नरसिम्हाचलम उर्फ सुधाकर को मार गिराया। सुधाकर पर कुल एक करोड़ रुपये का इनाम घोषित था और वह नक्सल संगठन के शिक्षा विभाग का प्रभारी भी था।
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Naxal Encounter: मुठभेड़ में घात लगाए बैठे थे नक्सली
सूचना मिलने पर डीआरजी, एसटीएफ और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने नेशनल पार्क क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इसी दौरान घात लगाए बैठे नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में मुठभेड़ शुरू हुई, जिसमें सुरक्षाबलों ने सुधाकर को ढेर कर दिया। मौके से अत्याधुनिक ऑटोमेटिक हथियार बरामद किए गए हैं। इस ऑपरेशन के दौरान अन्य शीर्ष नक्सली नेताओं बंडी प्रकाश और पापा राव की मौजूदगी की भी खबरें हैं, जिन्हें पकड़ने के लिए सर्चिंग जारी है।
Naxal Encounter: टॉप लीडर था सुधाकर
सुधाकर नक्सल संगठन का बेहद अहम चेहरा था। वह संगठन की विचारधारा, प्रचार अभियान और शिक्षा विभाग का संचालन करता था। वह मूलतः आंध्र प्रदेश के चिंतापलुदी गांव का निवासी था और पिछले कई वर्षों से छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र में संगठन के नेटवर्क को मजबूती देने में सक्रिय था। पुलिस की मोस्ट वांटेड लिस्ट में उसका नाम लंबे समय से शामिल था।
Naxal Encounter: बड़े ऑपरेशनों की कड़ी में एक और सफलता
इससे पहले 21 मई को नारायणपुर के अबूझमाड़ क्षेत्र में मुठभेड़ के दौरान डेढ़ करोड़ के इनामी और नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी के महासचिव बसव राजू को भी सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। बसव राजू की मौत के बाद संगठन की कमर टूटती नजर आ रही थी, और अब सुधाकर की मौत ने इसे और कमजोर कर दिया है।
बीजापुर एसपी और वरिष्ठ अधिकारी कर रहे मॉनिटरिंग
बीजापुर एसपी जितेंद्र कुमार यादव, डीआईजी कमलोचन कश्यप और एएसपी मयंक गुर्जर स्वयं इस ऑपरेशन की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। फिलहाल पूरे क्षेत्र में सघन सर्चिंग जारी है ताकि किसी अन्य नक्सली की मौजूदगी की पुष्टि की जा सके।
2025 में अब तक सबसे ज्यादा नक्सली मारे गए
2025 की शुरुआत से अब तक छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियानों में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है।
- 5 जून: बीजापुर में 1 करोड़ इनामी सुधाकर ढेर
- 21 मई: नारायणपुर में 27 नक्सली ढेर, डेढ़ करोड़ का इनामी बसवा राजू मारा गया
- 14 मई: कुर्रेगुट्टा पहाड़ पर देश का सबसे बड़ा ऑपरेशन, 31 नक्सली ढेर
- 10 फरवरी: बीजापुर में 31 नक्सली ढेर, 11 महिलाएं शामिल
- 2 फरवरी: गंगालूर में 8 नक्सली ढेर
- 20-21 जनवरी: गरियाबंद में 16 नक्सली मारे गए
- 16 जनवरी: कांकेर के पुजारी गांव में 18 नक्सली ढेर
- 12 जनवरी: मद्देड़ क्षेत्र में 5 नक्सली मारे गए
- 9 जनवरी: सुकमा-बीजापुर बॉर्डर में 3 नक्सली ढेर
- 6 जनवरी: IED ब्लास्ट में 8 जवान शहीद
- 4 जनवरी: अबूझमाड़ में 5 नक्सली मारे गए
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि सुरक्षा बलों का फोकस न केवल नक्सली नेतृत्व को खत्म करने पर है, बल्कि संगठन की संरचना को भी ध्वस्त करने की दिशा में है।
सुधाकर जैसे बड़े नक्सली नेता के मारे जाने से यह स्पष्ट होता है कि सुरक्षा बलों की रणनीति लगातार असरदार साबित हो रही है। इस ऑपरेशन ने यह भी दिखाया कि अब जंगलों में भी नक्सली सुरक्षित नहीं हैं और फोर्स की सटीक कार्ययोजना से नक्सल नेटवर्क बिखरता जा रहा है। आने वाले समय में और भी कड़े अभियान चलाए जाने की उम्मीद है, ताकि इस समस्या का स्थायी समाधान निकाला जा सके।
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