Liquor Scam Case : छत्तीसगढ़ में 2000 करोड़ रुपए के शराब घोटाले के मामले में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्लू) व एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की कार्रवाई जारी है। प्रदेश में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच और एफआईआर के बाद गुरुवार सुबह रेड और दोपहर होते ही आबकारी विभाग के पूर्व अधिकारी को एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया है। ईओडब्ल्यू ने आबकारी विभाग के विशेष सचिव अरुणपति त्रिपाठी को आज बिहार से गिरफ्तार किया है। ईओडब्ल्यू ने अरुणपति को शराब घोटाले मामले में सिंडिकेट का प्रमुख किरदार माना है। आज सुबह ईडी ने आबकारी विभाग के विशेष सचिव अरुणपति त्रिपाठी को बिहार से गिरफ्तार कर रायपुर लेकर आई है।
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पहले ईडी ने किया था गिरफ्तार
शराब घोटाले मामले में जांच एजेंसियां लगातार कार्रवाई कर रही है। इस मामले से जुड़े लोगों से एसीबी की पूछताछ जारी है। गुरुवार को एसीबी/ईओडब्ल्यू ने आबकारी घोटाला मामले में एपी त्रिपाठी को गिरफ्तारी किया है। आबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव त्रिपाठी को ईडी ने भी गिरफ्तार करते हुए पूछताछ की थी। कई महीनों तक जेल में रहने के बाद जमानत पर निकले थे। अब एसीबी ने बिहार से गिरफ्तार किया है।
शराब कारोबारियों के ठिकानों पर मारा छापा
दोनों एजेंसियां आज सुबह से शराब घोटाले मामले में प्रदेश में प्रदेश के कई शहरों में छापेमारी कर रही है। बताया जा रहा है कि रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग के शराब कारोबारियों के ठिकानों पर पहुंची जांच एजेंसियों की टीम दस्तावेजों की जांच कर रही है। मामले में जुड़े हुए लोगों के घर कार्रवाई की जा रही है।
अरविंद सिंह और अनवर ढेबर भी गिरफ्तार
इस मामले में एसीबी ने इससे पहले अरविंद सिंह और अनवर ढेबर को भी गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। अब अरुणपति त्रिपाठी को गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले एसीबी ने आज सुबह से आबकारी विभाग के शराब घोटाले में प्रदेश के कई जगहों पर छापामारी की है। बताया जा रहा है कि प्रदेश की राजधानी रायपुर सहित दुर्ग और बिलासपुर में 15 से 20 जगहों पर एसीबी की टीम जांच चल रही है।