Liqour Scam : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए ईडी ने कहा है कि प्रदेश में कथित शराब घोटाले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच में सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा, रायपुर महापौर के बड़े भाई और कुछ अन्य लोगों की 205 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति कुर्क की गई है। आरोपों के अनुसार छत्तीसगढ़ सरकार के अफसरों की मिली भगत से राज्य में शराब माफिया अवैध शराब की बोतलों पर होलोग्राम लगाकर बेचे थे। जांच एजेंसी ने दावा किया है कि सिंडिकेट ने अवैध शराब की बिक्री से बड़ा कमीशन कमाया गया था।
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रिटायर्ड IAS समेत इन लोगों पर हुई कार्रवाई
ईडी की तरफ से जारी एक बयान में कहा है कि कुर्क की गई संपत्तियों में पूर्व आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा की 15.82 करोड़ रुपए की 14 संपत्तियां शामिल है। इसके अलावा रायपुर के मेयर और कांग्रेस नेता ऐजाज ढेबर के बड़े भाई अनवर ढेबर की 116.16 करोड़ रुपए की 115 संपत्तियां, विकास अग्रवाल उर्फ सुब्बू की 1.54 करोड़ रुपए की और अरविंद सिंह से जुड़ी 12.99 करोड़ रुपए की 33 संपत्तियां है।
ये संपत्तियां की गई कुर्क
ईडी ने बताया कि इनके अलावा भारतीय दूरसंचार सेवा (ITS) के अधिकारी और एक्साइज विभाग के विशेष सचिव अरुणपति त्रिपाठी की 1.35 करोड़ रुपए की संपत्ति, त्रिलोक सिंह ढिल्लन की 28.13 करोड़ रुपए की नौ संपत्तियां, नवीन केडिया के 27.96 करोड़ रु के आभूषण और आशीष सौरभ केडिया/दिशिता वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड की 1.2 करोड़ रुपए की चल संपत्तियां को कुर्क किया गया है।
205 करोड़ की संपत्ति कुर्क
जांच एजेंसी के मुताबिक अनवर ढेबर कुर्क की गई सम्पत्तियों में रायपुर स्थित होटल वेनिंग्टन कोर्ट भी शामिल है, जो उनकी फर्म ढेबर बिल्डकॉन द्वारा संचालित है। इसके अलावा एक व्यवसायिक इमारत अकॉर्ड बिजनेस टॉवर’ भी इस सूची में है। इस पर प्रकार से कुर्क की गई सभी सम्पत्तियों की कुल कीमत 205.49 करोड़ रुपए है।
नोएडा से विधु गुप्ता गिरफ्तार
आपको बता दें कि इससे पहले नोएडा एसटीएफ ने छत्तीसगढ़ आबकारी घोटाला मामले में विधु गुप्ता को गिरफ्तार किया था। बताया जा रहा है कि विधु गुप्ता ग्रेटर नोएडा की कंपनी प्रिज्म होलोग्राफी और सिक्योरिटी फिल्म प्राइवेट लिमिटेड का डायरेक्टर है। ईडी की शिकायत पर नोएडा के थाना कासना में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इस केस के आधार पर विधु गुप्ता पर शिंकजा कसा गया है।
आईएएस अधिकारियों से इनको बनाया गया है आरोपी
ED ने जुलाई, 2023 में छत्तीसगढ़ आबकारी घोटाले में केस दर्ज किया था। प्राथमिकी में आईएएस अधिकारी एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व उद्योग सचिव अनिल टुटेजा, नेता अनवर ढेबर, आईएएस अधिकारी एवं छत्तीसगढ़ के आबकारी विभाग के पूर्व आयुक्त निरंजन दास, छत्तीसगढ़ के आबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव एवं छत्तीसगढ़ राज्य विपणन निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अरुण पति त्रिपाठी और नोएडा के कारोबारी विधु गुप्ता को आरोपी बनाया गया है।