CM Vishnu Deo Sai: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रविवार को चन्द्रग्रहण से पूर्व मुख्यमंत्री निवास में गौमाता को रोटी और गुड़ खिलाकर पूरे प्रदेश की सुख-समृद्धि, शांति और कल्याण की कामना की। उन्होंने कहा कि गौ-सेवा से उन्हें आत्मिक संतोष और नई ऊर्जा का अनुभव होता है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों के उज्ज्वल भविष्य की मंगलकामना भी की।
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CM Vishnu Deo Sai: ब्राह्मण समाज के कार्यक्रम में हुई सहभागिता
सीएम साय रविवार को ब्राह्मण समाज के कार्यक्रम में भी शामिल हुए। इस आयोजन में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और दंडी स्वामी महाराज विशेष रूप से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का आयोजन सरयूपारीण ब्राह्मण सभा और छत्तीसगढ़ संस्कृत भारती की ओर से किया गया था। इसमें विराट संस्कृत विद्वत महासम्मेलन का आयोजन हुआ, जिसमें संस्कृत भाषा को आगे कैसे बढ़ाया जाए और समाज में इसकी उपयोगिता को कैसे बढ़ाया जा सके, इस पर गहन चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि इस महासम्मेलन से सार्थक परिणाम सामने आएंगे और संस्कृत भाषा के पुनर्जागरण का मार्ग प्रशस्त होगा।
CM Vishnu Deo Sai: बाढ़ प्रभावित बस्तर क्षेत्र का किया हवाई सर्वेक्षण
मुख्यमंत्री साय ने हाल ही में छत्तीसगढ़ में आई प्राकृतिक आपदा को लेकर कहा कि बस्तर क्षेत्र में अतिवृष्टि के कारण बाढ़ की स्थिति बनी, जिससे चार जिले—बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर—गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं। इनमें मुख्य रूप से बस्तर और दंतेवाड़ा जिलों को सबसे अधिक नुकसान झेलना पड़ा।
उन्होंने बताया कि वे स्वयं हवाई सर्वेक्षण पर गए और बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने प्रभावित गांवों के लोगों से सीधे मुलाकात की और उनके घर जाकर उनकी समस्याओं को समझा। इसके साथ ही वे राहत शिविरों में भी पहुंचे और वहां रह रहे परिवारों को ढांढस बंधाया।
CM Vishnu Deo Sai: हर संभव सहायता का भरोसा
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद दी जा रही है। लोगों को आवश्यक सामग्री मुहैया कराई जा रही है ताकि उन्हें किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
उन्होंने बताया कि जिनका कच्चा मकान क्षतिग्रस्त हुआ है, उन्हें 1 लाख 20 हजार रुपए की सहायता राशि दी गई है, जबकि पक्का मकान क्षतिग्रस्त होने पर 1 लाख 30 हजार रुपए प्रदान किए गए हैं।
सीएम साय ने कहा कि बाढ़ से केवल घर ही नहीं, बल्कि पशुधन को भी नुकसान पहुंचा है। ऐसे में प्रभावित परिवारों को उनके पशुधन की क्षति की भरपाई भी की जा रही है।
अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों का जताया आभार
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बताया कि राहत और पुनर्वास कार्य में अन्य राज्यों की भी मदद मिली है। उन्होंने कहा कि वे विशेष रूप से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहनचरण मांझी और गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत के आभारी हैं, जिन्होंने बाढ़ प्रभावितों के लिए राहत राशि उपलब्ध कराई।
साय ने कहा कि इस सहयोग से छत्तीसगढ़ सरकार को आपदा प्रबंधन और पुनर्वास कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाने में मदद मिली है।
गौ-सेवा और जनसेवा को जोड़ा
सीएम साय ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि वे व्यक्तिगत रूप से मानते हैं कि गौ-सेवा केवल धार्मिक आस्था का विषय नहीं, बल्कि सामाजिक और आध्यात्मिक संतुलन से भी जुड़ी है। उन्होंने इसे जनसेवा से जोड़ते हुए कहा कि जब समाज और सरकार मिलकर कमजोरों और पीड़ितों के लिए कार्य करते हैं, तब ही प्रदेश की प्रगति सुनिश्चित होती है।
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