Silver Price: 2025 में निवेशकों के लिए चांदी की चमक दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर चांदी की कीमत 1,04,947 रुपये प्रति किलोग्राम के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गई, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार (Comex) में यह 34.90 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रही है—जो अगस्त 2012 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है। सोने के बाद अब चांदी ने बाजार में सुर्खियां बटोरी हैं और विशेषज्ञों का मानना है कि इसकी कीमतें 1.30 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती हैं। 24 कैरेट सोना 10 ग्राम का रेट 1 लाख 500 रुपये तक पहुंच गया।
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Silver Price: चांदी में तेजी की 5 बड़ी वजहें
1 अमेरिका के कमजोर आर्थिक आंकड़े:
अमेरिकी अर्थव्यवस्था से जुड़े हालिया आंकड़े उम्मीद से कमजोर रहे हैं, जिससे डॉलर पर दबाव बढ़ा है। डॉलर की कमजोरी से कमोडिटी बाजारों में निवेश आकर्षक बनता है और चांदी को इसका सीधा फायदा मिल रहा है।
2 भू-राजनीतिक तनाव:
दुनिया भर में जारी भू-राजनीतिक तनाव—जैसे रूस-यूक्रेन युद्ध, अमेरिका-चीन टकराव और मध्य पूर्व की अस्थिरता—ने निवेशकों को सुरक्षित विकल्प की ओर मोड़ा है, और चांदी को एक मजबूत मौद्रिक हेज के रूप में देखा जा रहा है।
3 डॉलर में गिरावट:
डॉलर इंडेक्स में कमजोरी आने से निवेशकों का रुझान बहुमूल्य धातुओं की ओर बढ़ा है। चांदी की कीमत डॉलर में तय होती है, इसलिए डॉलर कमजोर होता है तो चांदी खरीदना सस्ता हो जाता है, जिससे मांग बढ़ती है।
4 औद्योगिक मांग में तेजी:
अजय केडिया, डायरेक्टर, केडिया कमोडिटीज के अनुसार, इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs), सोलर पैनलों और ग्रीन टेक्नोलॉजी में चांदी का उपयोग बढ़ा है। इन क्षेत्रों में तेजी से हो रही तकनीकी प्रगति के कारण चांदी की औद्योगिक मांग में उल्लेखनीय उछाल आया है।
5 गोल्ड-सिल्वर रेश्यो में गिरावट:
गोल्ड-सिल्वर रेश्यो हाल के दिनों में 107 से घटकर 95 पर आ गया है। इसका सीधा अर्थ यह है कि चांदी की कीमतें सोने की तुलना में तेज गति से बढ़ रही हैं। इतिहास बताता है कि जब यह रेश्यो गिरता है, तो चांदी बेहतर प्रदर्शन करती है।
Silver Price Record: क्या 1.30 लाख रुपये तक जाएगी चांदी?
विशेषज्ञों का मानना है कि चांदी की मौजूदा तेजी बरकरार रह सकती है। केडिया के मुताबिक, अगर वर्तमान आर्थिक और भू-राजनीतिक स्थिति बनी रही, तो चांदी की कीमत 1.30 लाख रुपये प्रति किलो तक जा सकती है। हालांकि उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि वैश्विक मौद्रिक नीति, अमेरिका-चीन व्यापार संबंधों में उतार-चढ़ाव और महंगाई की स्थिति जैसे कारक बाजार में अस्थिरता पैदा कर सकते हैं।
Silver Price: गिरावट पर खरीदने की सलाह
मिरे असेट शेयरखान में एसोसिएट वीपी (कमोडिटीज) प्रवीण सिंह का कहना है कि निवेशकों में रिस्क लेने की भावना मजबूत है और सिल्वर ईटीएफ में होल्डिंग्स बढ़ रही हैं। उनका कहना है, जब तक अमेरिकी डॉलर में बड़ा उछाल नहीं आता या जोखिम से बचने का माहौल नहीं बनता, तब तक चांदी में मजबूती बनी रह सकती है।
उन्होंने निवेशकों को सलाह दी कि हर गिरावट पर खरीदारी करें। उनके मुताबिक, 1,02,500 रुपये (35 डॉलर) का स्तर एक अहम रेजिस्टेंस है। अगर यह स्तर पार हो जाता है, तो अगला लक्ष्य 1,08,000 रुपये (37 डॉलर) हो सकता है। वहीं, 98,200 रुपये – 98,800 रुपये (33.50–33.70 डॉलर) का दायरा एक मजबूत सपोर्ट जोन रहेगा।
चांदी की दोहरी भूमिका
विशेषज्ञ मानते हैं कि चांदी इस समय दोहरी भूमिका निभा रही है—एक तरफ यह पारंपरिक रूप से एक सुरक्षित निवेश विकल्प है, वहीं दूसरी ओर इसका औद्योगिक उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। यही कारण है कि निवेशक इसे सोने के विकल्प के रूप में देख रहे हैं, जिसमें बेहतर रिटर्न की संभावना है।
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