Neet Paperl Leak Case: नीट-यूजी 2024 में कथित अनियमितताओं की सीबीआई की जांच के तहत पटना एम्स के 4 एमबीबीएस छात्रों को “पेपर सॉल्वर” गिरोह से कथित संबंधों के लिए हिरासत में लिया गया। बताया कि माना जा रहा है कि वे लाभार्थियों के लिए पेपर सॉल्व करने वाली टीम का हिस्सा थे। सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने एमबीबीएस छात्रों को हिरासत में ले लिया है और उनसे पेपर सॉल्व करने वाले गिरोह से उनके संबंधों के बारे में पूछताछ कर रही है। सूत्रों ने बताया कि अब इस बात की जांच की जा रही है कि क्या उन्होंने हल किया हुआ पेपर केवल उन लाभार्थियों को दिया था, जिनका पता लगाया जा चुका है।
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मोबाइल और लैपटॉप जब्त, कमरे सील
सूत्रों ने आगे बताया कि केंद्रीय एजेंसी ने उनके मोबाइल फोन और लैपटॉप जब्त कर लिए हैं, जबकि उनके हॉस्टल के कमरे को भी सील कर दिया गया है। बताया कि 2021 बैच के इन छात्रों को बुधवार को जांच में शामिल होने के लिए कहा गया था। फिलहाल सीबीआई ने एम्स के तीनों छात्रों से पूछताछ की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। आगे की जानकारी का इंतजार है।
मास्टरमाइंड रॉकी के कई एमबीबीएस छात्रों और डॉक्टरों से संबंध
नीट यूजी पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड में से एक माने जा रहे राकेश रंजन उर्फ रॉकी की गिरफ्तारी के बारे में माना जा रहा है कि उसका पटना और रांची के कई एमबीबीएस छात्रों और डॉक्टरों से संबंध है। इसके चलते सीबीआई का ध्यान इन तीन एमबीबीएस छात्रों पर है।
सीबीआई ने बिहार और झारखंड से दो गिरफ्तारियां कीं
सीबीआई ने 17 जुलाई को दो और गिरफ्तारियां कीं, जिसमें एक मुख्य आरोपी भी शामिल है, जिसने झारखंड के हजारीबाग में राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी के ट्रंक से कथित तौर पर पेपर चुराए थे। एजेंसी ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी जमशेदपुर के 2017 बैच के सिविल इंजीनियर पंकज कुमार उर्फ आदित्य को गिरफ्तार किया था, जिसने कथित तौर पर हजारीबाग में एनटीए ट्रंक से नीट-यूजी पेपर चुराए थे।
आरोपी ने पेपर चुराने में की थी मदद
सीबीआई ने राजू सिंह नामक एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है, जिसने कथित तौर पर पेपर चुराने में कुमार की मदद की थी। अधिकारियों ने कहा कि सिंह को भी हजारीबाग से गिरफ्तार किया गया था। पहले की रिपोर्टों के अनुसार, हजारीबाग के ओएसिस स्कूल में जिस ट्रंक में ये प्रश्नपत्र पहुंचे थे, उसमें विसंगतियां थीं।
अब तक 13 आरोपियों गिरफ्तार
प्रमुख जांच एजेंसी ने जांच में महत्वपूर्ण प्रगति की है और उनके द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों की संख्या 13 हो गई है। एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि वे इस मामले में मुख्य आरोपी संजीव मुखिया को गिरफ्तार करने के करीब हैं।