BPSC: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं पीटी परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज को लेकर राजनीति गर्मा गई है। यह घटना अब राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गई है और विपक्ष ने बिहार सरकार को घेरने की कोशिश शुरू कर दी है। जैसे-जैसे यह मुद्दा बढ़ा है, राजनीतिक दल इसे सरकार पर दबाव बनाने के एक मौके के रूप में देख रहे हैं। विपक्षी नेता इसे चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि वे सरकार के खिलाफ जनता का समर्थन जुटा सकें।
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लाठीचार्ज पर विपक्ष का हमला
विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को लेकर राज्य सरकार की आलोचना शुरू कर दी है। उनका कहना है कि अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज एक अत्यधिक कदम था, और यह लोकतांत्रिक तरीके से अपनी मांग को उठाने का उनका अधिकार छीनने जैसा है। राज्य सरकार ने अभी तक इस घटना पर आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन मामला विधानसभा और अन्य राजनीतिक मंचों तक पहुंचने के बाद, सरकार को इस पर सार्वजनिक बयान देने की संभावना है।
लाठीचार्ज पर भड़के लालू यादव
राजद के प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ने इस लाठीचार्ज की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने इसे गलत बताते हुए कहा कि यह कदम छात्रों के खिलाफ अत्याचार था। उन्होंने अभ्यर्थियों के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई करने की निंदा की और सरकार से इस पर प्रतिक्रिया देने की मांग की।
पीटी परीक्षा रद्द करने की मांग
बीपीएससी के अभ्यर्थी 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं, और उनका कहना है कि परीक्षा में अनियमितताएँ हैं। छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि परीक्षा में पारदर्शिता की कमी है और उनकी आवाज को दबाने के लिए उन्हें लाठीचार्ज किया गया। अभ्यर्थियों का आरोप है कि बीपीएससी की परीक्षा में कई अनियमितताएँ हुई हैं, और इस कारण वे 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि परीक्षा में पारदर्शिता और निष्पक्षता की कमी थी, जिसके कारण परीक्षा रद्द की जानी चाहिए।
लालू यादव बोले- गलत बात है, सरकार ने ठीक नहीं किया है
बीपीएससी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज को लेकर राजनीति और भी गर्म हो गई है। लालू यादव और पप्पू यादव जैसे विपक्षी नेताओं ने इस घटना की निंदा की है और बिहार सरकार से छात्रों की मांग को मानने की अपील की है। जब पत्रकारों ने लालू यादव से बीपीएससी अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज के बारे में सवाल किया, तो उन्होंने इसे गलत बताते हुए कहा कि छात्रों पर लाठीचार्ज नहीं करना चाहिए। लालू यादव ने इसे एक गलत कदम और अत्याचार बताया और सरकार से इस पर पुनः विचार करने की बात की।
पप्पू यादव ने भी छात्रों के समर्थन में उठाई आवाज
पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने भी छात्रों के समर्थन में आवाज उठाई। उन्होंने सरकार से छात्रों की मांग को मानने की अपील की और चेतावनी दी कि अगर छात्रों की मांग नहीं मानी गई तो एक जनवरी को बिहार बंद किया जाएगा। पप्पू यादव ने यह भी कहा कि सरकार को छात्रों की परेशानी को समझते हुए त्वरित समाधान करना चाहिए।
जानिए क्या है पूरा मामला
3 दिसंबर को आयोजित संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा में पटना के बापू भवन परीक्षा केंद्र पर प्रश्न पत्र लीक होने की अफवाह फैल गई थी, जिससे स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई थी। इस घटना के बाद सैकड़ों अभ्यर्थियों ने विरोध जताते हुए परीक्षा का बहिष्कार किया।
प्रश्न पत्र लीक की अफवाह और विरोध
पटना के बापू भवन में आयोजित परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र लीक होने की अफवाह ने अभ्यर्थियों के बीच भय और असमंजस की स्थिति पैदा कर दी। इस अफवाह के फैलने के बाद, सैकड़ों अभ्यर्थियों ने परीक्षा का बहिष्कार किया और इसका विरोध करते हुए गर्दनीबाग में धरना शुरू कर दिया।
बीपीएससी की कार्रवाई
इस विवाद के बाद, बीपीएससी ने तुरंत बापू भवन परीक्षा परिसर में परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के लिए पुनः परीक्षा आयोजित करने का आदेश जारी किया। हालांकि, अभ्यर्थी पूरा परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं, और उनका कहना है कि यदि पूरी परीक्षा रद्द नहीं की जाती, तो उनके लिए यह अन्यायपूर्ण होगा।
धरना और प्रदर्शन
छात्रों ने पटना के गर्दनीबाग में धरने पर बैठकर अपनी मांग को उजागर किया। वे बीपीएससी से पूरी परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं, ताकि सभी अभ्यर्थियों को निष्पक्ष और समान अवसर मिल सके। धरना स्थल पर छात्रों का आरोप है कि इस अफवाह के कारण उन्हें मानसिक तनाव हुआ है और यह उनके अधिकारों का उल्लंघन है।
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