Bihar Police: बिहार पुलिस, खासकर पूर्वी चंपारण पुलिस ने आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने और पुलिस और जनता के बीच बेहतर संबंध स्थापित करने के उद्देश्य से थाना प्रभारियों की नियुक्ति के लिए एक नई और अनोखी पहल शुरू की है। नियुक्ति प्रक्रिया को सार्वजनिक करने से पुलिस और जनता के बीच विश्वास बढ़ेगा। इस पहल से पुलिस अधिकारियों के बीच बेहतर प्रदर्शन और जिम्मेदारी निभाने की प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।
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उपलब्धियों पर आधारित नियुक्ति
थाना इंचार्ज (प्रभारी) की नियुक्ति में सब-इंस्पेक्टर की व्यक्तिगत और पेशेवर उपलब्धियों को प्राथमिकता दी जा रही है। बेहतर प्रदर्शन करने वाले और अपनी जिम्मेदारियों को कुशलता से निभाने वाले अधिकारियों को प्राथमिकता मिल रही है।
शैक्षणिक योग्यता को प्राथमिकता
नियुक्ति प्रक्रिया में सब-इंस्पेक्टर की शैक्षणिक योग्यता को भी शामिल किया जा रहा है। यह पहल सुनिश्चित करती है कि जिम्मेदारी ऐसे अधिकारियों को मिले जो न केवल पेशेवर रूप से सक्षम हों, बल्कि शैक्षणिक रूप से भी मजबूत हों।
योग्यता का सार्वजनिक प्रदर्शन
नए थाना प्रभारियों की शैक्षणिक और पेशेवर योग्यता को सार्वजनिक किया जा रहा है। इससे पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित होती है, साथ ही जनता को यह विश्वास दिलाया जाता है कि उनकी सुरक्षा योग्य अधिकारियों के हाथों में है।
एसपी स्वर्ण प्रभात का बयान
पूर्वी चंपारण के पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने थाना प्रभारियों की नियुक्ति प्रक्रिया को एक नई दिशा दी है। उनके नेतृत्व में जिले के कई थानों में नियुक्तियां की गई हैं, जिसमें हरसिद्धि, चिरैया, तुरकौलिया, पिपरा, राजेपुर, भोपतपुर, और आदापुर के थाना प्रभारियों को विशेष प्रक्रिया के तहत चुना गया है। उन्होंने कहा कि किसी सब-इंस्पेक्टर (एसआई) को थाना इंचार्ज बनाना आसान है, लेकिन यह जानना महत्वपूर्ण है कि वह अपनी जिम्मेदारी को कितनी ईमानदारी और कुशलता से निभाएंगे।
पात्रता का मूल्यांकन
एसपी ने यह सुनिश्चित किया है कि नियुक्ति से पहले संबंधित अधिकारी के काम के प्रति प्रतिबद्धता और प्रदर्शन की गहन समीक्षा की जाए। नियुक्ति प्रक्रिया को सार्वजनिक करने से पुलिस और जनता के बीच विश्वास बढ़ेगा। इस पहल से पुलिस अधिकारियों के बीच बेहतर प्रदर्शन और जिम्मेदारी निभाने की प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।
जनता का भरोसा, अपराध नियंत्रण
जनता को पता होगा कि उनके क्षेत्र में तैनात थाना प्रभारी योग्य और जिम्मेदार हैं, जिससे पुलिस और जनता के संबंध बेहतर होंगे। इस प्रक्रिया से नियुक्त किए गए योग्य थाना प्रभारियों के नेतृत्व में अपराध नियंत्रण की दिशा में बेहतर परिणाम मिल सकते हैं।
उपलब्धियों और अनुभवों को प्राथमिकता
पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात द्वारा थाना प्रभारियों की नियुक्ति प्रक्रिया में उनकी उपलब्धियों और अनुभवों को प्राथमिकता दी जा रही है। हाल ही में हरसिद्धि थाना की जिम्मेदारी सर्वेन्द्र कुमार को सौंपी गई है, जो अपनी प्रभावशाली कार्यशैली और अद्वितीय अनुभव के कारण इस पद के लिए चुने गए।
विशेष कार्य बल (एसटीएफ) का अनुभव
सर्वेन्द्र कुमार को एसटीएफ में 11 वर्षों का अनुभव है, जिससे उन्होंने विशेष परिस्थितियों में काम करने की क्षमता विकसित की है। उनका तकनीकी ज्ञान बेहतर है, जो उन्हें चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में निर्णय लेने में सक्षम बनाता है।
वीरता पुरस्कार, प्रशस्ति पत्र
उन्हें मुख्यमंत्री द्वारा 51 हजार रुपए की राशि के साथ वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। यह पुरस्कार उनकी अदम्य साहस और कर्तव्यनिष्ठा का प्रमाण है। बिहार के पुलिस महानिदेशक द्वारा उन्हें 10 प्रशस्ति पत्र दिए गए हैं, जो उनकी उत्कृष्ट सेवाओं और कुशल नेतृत्व को मान्यता प्रदान करते हैं।
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