Bihar Police: बिहार के कुख्यात अपराधी रंजीत चौधरी पर 2 लाख रुपये का इनाम था, को उत्तराखंड के ऋषिकेश से गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी बिहार एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) और उत्तराखंड पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के दौरान की गई। रंजीत चौधरी लंबे समय से फरार था और बिहार में कई गंभीर अपराधों में वांछित था। इस महत्वपूर्ण गिरफ्तारी से बिहार में अपराध पर नकेल कसने में मदद मिलेगी, क्योंकि रंजीत चौधरी एक बड़े आपराधिक गिरोह से जुड़ा हुआ था। उसकी गिरफ्तारी से पुलिस को कई अन्य आपराधिक गतिविधियों की जांच में भी मदद मिल सकती है।
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हत्या, लूट, रंगदारी, आर्म्स एक्ट और पुलिस पर हमले जैसे गंभीर आरोप
अपराधी रंजीत चौधरी पर बिहार के भोजपुर, पटना और झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के विभिन्न थानों में दो दर्जन से अधिक गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें हत्या, लूट, रंगदारी, आर्म्स एक्ट के उल्लंघन और पुलिस पर हमले जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं। रंजीत चौधरी का अपराध जगत में एक लंबा और खतरनाक इतिहास रहा है और वह लंबे समय से कानून प्रवर्तन एजेंसियों की नजरों से बचता रहा था। उसकी गिरफ्तारी न केवल इन अपराधों के मामलों में महत्वपूर्ण मानी जा रही है, बल्कि इससे क्षेत्र में आपराधिक गतिविधियों पर भी कड़ा प्रहार होगा।
उत्तराखंड के ऋषिकेश से गिरफ्तार
पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को जानकारी दी कि बिहार एसटीएफ की विशेष टीम और उत्तराखंड पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के तहत दो लाख रुपये के इनामी कुख्यात अपराधी और बालू माफिया रंजीत चौधरी को उत्तराखंड के ऋषिकेश से गिरफ्तार कर लिया गया है।
दर्ज हैं 27 गंभीर मामले
रंजीत चौधरी बिहार के भोजपुर जिले के उदवंतपुर का निवासी है। उसके खिलाफ हत्या, लूट, रंगदारी और अन्य गंभीर अपराधों समेत कुल 27 मामले दर्ज हैं। बिहार पुलिस मुख्यालय ने उसकी गिरफ्तारी पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। उसकी गिरफ्तारी इस संदर्भ में एक महत्वपूर्ण सफलता है, जिससे कई गंभीर मामलों की जांच में भी प्रगति होगी और क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिलेगी।
पुलिस को बड़ी सफलता
पुलिस का दावा है कि गिरफ्तार अपराधी रंजीत चौधरी पटना, भोजपुर, बक्सर और आसपास के क्षेत्रों में आतंक फैलाने की कोशिश कर रहा था। उसकी गिरफ्तारी बिहार पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, खासकर क्योंकि वह एक कुख्यात अपराधी और बालू माफिया था। वर्तमान में, पुलिस गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि उसके अन्य आपराधिक नेटवर्क और गतिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सके। यह पूछताछ संभावित रूप से कई गंभीर मामलों की जांच में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है और क्षेत्र में सुरक्षा को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है।