Bihar Elections: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मियों के बीच मोकामा सीट पर सियासी तापमान चरम पर है। जदयू के बाहुबली उम्मीदवार अनंत कुमार सिंह के प्रचार अभियान में कथित तौर पर आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए बिना अनुमति दो वाहनों का इस्तेमाल किया गया, जिन्हें पटना पुलिस ने मंगलवार को जब्त कर लिया। इस मामले में अनंत सिंह, उनके एजेंट राजीव रंजन और वाहन मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। खास बात यह है कि अनंत सिंह खुद दुलारचंद यादव हत्याकांड के सिलसिले में बेउर जेल में न्यायिक हिरासत काट रहे हैं। इस घटना ने एनडीए के केंद्रीय मंत्री ललन सिंह और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को भी फंसा दिया है, जिनके रोड शो के दौरान यह उल्लंघन हुआ।
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Bihar Elections: पेट्रोलिंग के दौरान पुलिस की सख्ती
पटना पुलिस के आधिकारिक बयान के अनुसार, 3 नवंबर को शाम करीब 4 बजे मोकामा एसएचओ संतोष कुमार के नेतृत्व में एक टीम चुनावी मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट (एमसीओसी) लागू कराने के लिए पेट्रोलिंग पर थी। टीम में असेंबली चुनाव के लिए फ्लाइंग स्क्वायड टीम (एफएसटी) मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात एग्जीक्यूटिव ऑफिसर संतोष कुमार रजक भी शामिल थे। इसी दौरान दो वाहन नियमों का स्पष्ट उल्लंघन करते पाए गए।
Bihar Elections: प्रचार में बिना इजाजत दो गाड़ियां जब्त
पुलिस ने बताया कि पहला वाहन एक काली महिंद्रा स्कॉर्पियो (रजिस्ट्रेशन नंबर BR-01PL-1107) थी, जिसमें हूटर लगा हुआ था। इसे रोकने पर ड्राइवर मनीष कुमार ने कबूल किया कि यह गाड़ी अनंत कुमार सिंह के चुनाव प्रचार के लिए बिना जरूरी इजाजत के इस्तेमाल की जा रही थी। दूसरा वाहन एक टोटो ई-रिक्शा था, जिस पर जदयू का प्रतीक चिन्ह ‘तीर’ का बैनर लगा था। इसके ड्राइवर अंशुमन कुमार ने भी स्वीकार किया कि इसे प्रचार सामग्री ले जाने और वोटरों तक पहुंचाने के लिए बिना अनुमति चलाया जा रहा था। दोनों वाहनों को तुरंत जब्त कर लिया गया।
Bihar Elections: एफआईआर और कानूनी कार्रवाई
मामले को गंभीरता से लेते हुए मोकामा पुलिस स्टेशन में केस नंबर 417/25 के तहत एफआईआर दर्ज की गई। इसमें जदयू उम्मीदवार अनंत कुमार सिंह, उनके चुनाव एजेंट राजीव रंजन, गाड़ी मालिकों और ड्राइवरों को आरोपी बनाया गया है। धाराएं भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की 174/223 और मोटर वाहन अधिनियम, 1988 की 119(2)/190(2) लगाई गई हैं। पुलिस ने कहा कि वाहनों का अनधिकृत इस्तेमाल न केवल आचार संहिता का उल्लंघन है, बल्कि चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल उठाता है। आगे की जांच में अन्य संभावित उल्लंघनों का पता लगाया जा रहा है, और जरूरी कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
Bihar Elections: ललन सिंह और सम्राट चौधरी फंसे
यह कार्रवाई सोमवार को हुए एक बड़े रोड शो से जुड़ी बताई जा रही है। जेल में बंद अनंत सिंह के लिए केंद्रीय मंत्री ललन सिंह और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बरहपुर गांव से मोकामा तिराहा चौक तक रोड शो निकाला था। रोड शो में 48 से अधिक गाड़ियों का काफिला था, जिसमें हूटर वाली कारें शामिल थीं। ललन सिंह ने कार्यकर्ताओं से अपील की थी कि वे अनंत सिंह को भारी बहुमत से जिताएं, जबकि सम्राट चौधरी ने खुली जीप से प्रचार किया। लेकिन अनुमति से अधिक वाहनों और हूटर के इस्तेमाल ने आचार संहिता तोड़ दी। नगर कार्यपालक पदाधिकारी संतोष कुमार रजक के आवेदन पर दोनों नेताओं के खिलाफ भी मामला दर्ज हुआ है। विपक्ष इसे एनडीए की लापरवाही बता रहा है, जबकि जदयू ने इसे ‘प्रशासनिक अतिसक्रियता’ करार दिया।
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