Bihar Crime: बिहार के गोपालगंज जिले के कुचायकोट थाना क्षेत्र से मानवता को झकझोर देने वाली एक दर्दनाक घटना सामने आई है। उत्तर प्रदेश से अपने दिव्यांग पिता का इलाज कराने गोपालगंज आई एक युवती के साथ तीन मनचलों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। इस घिनौनी वारदात के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अन्य की तलाश जारी है।
Table of Contents
Bihar Crime: पिता और बेटी की छूट गई थी ट्रेन
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पीड़िता अपने दिव्यांग पिता के इलाज के लिए गोपालगंज जिले के श्यामपुर स्थित एक चिकित्सक के पास आई थी। इलाज के बाद रविवार की रात वह अपने पिता के साथ लौटने के लिए सासामुसा रेलवे स्टेशन पहुंची। लेकिन दुर्भाग्यवश उनकी ट्रेन छूट गई। मजबूरी में पिता और बेटी ने स्टेशन पर ही रात गुजारने का निर्णय लिया।
Bihar Crime: जबरन स्टेशन से ले गए बदमाश
सोमवार की भोर में जब युवती पास के चापाकल से पानी लेने गई, तभी तीन युवकों ने उसे दबोच लिया। आरोप है कि वे उसे जबरन स्टेशन के पास एक सुनसान जगह पर ले गए और बारी-बारी से उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। इस घिनौनी हरकत को अंजाम देने के बाद तीनों आरोपी मौके से फरार हो गए।
Bihar Crime: तीन से में एक आरोपी गिरफ्तार
घटना के बाद युवती ने साहस दिखाते हुए शोर मचाया, जिससे आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही कुचायकोट थाना और रेल पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची। पीड़िता ने अपने बयान में तीन आरोपियों के बारे में जानकारी दी, जिसके आधार पर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने पीड़िता को इलाज और चिकित्सकीय परीक्षण के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया है।
आरोपियों की तलाश में छापेमारी
गोपालगंज सदर के एसडीपीओ प्रांजल त्रिपाठी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि एक आरोपी को पकड़ लिया गया है और दो अन्य की तलाश में छापेमारी जारी है। उन्होंने यह भी कहा कि फरार आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश
स्थानीय लोगों में इस जघन्य अपराध को लेकर भारी आक्रोश है। उन्होंने आरोपियों के शीघ्र गिरफ्तारी और कठोर सजा की मांग की है। लोगों का कहना है कि इस तरह के अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें ऐसी सजा दी जानी चाहिए जिससे समाज में एक कड़ा संदेश जाए और भविष्य में कोई ऐसी हरकत करने की हिम्मत न कर सके।
पुलिस प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती
यह घटना सिर्फ एक युवती के साथ ज्यादती नहीं है, बल्कि पूरे समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी भी है कि सार्वजनिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था कितनी लचर है। रेलवे स्टेशनों जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी अगर इस तरह की घटनाएं हो सकती हैं, तो यह पुलिस प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठ रहे सवाल
घटना के बाद रेल प्रशासन और जिला पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। यात्रियों की सुरक्षा के लिए गश्त बढ़ाने, स्टेशन परिसरों में पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था करने और सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने जैसी मांगें जोर पकड़ रही हैं। सरकार और प्रशासन को चाहिए कि इस मामले को गंभीरता से लें और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाएं। साथ ही, ऐसे इलाकों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं ताकि कोई भी मजबूर यात्री इस तरह की अमानवीय घटना का शिकार न हो।
Pahalgam Attack: मोदी सरकार का एक और सख्त फैसला, पाकिस्तानी हिंदुओं की चारधाम यात्रा पर रोक