Mahindra: देश में बढ़ती कारों की बिक्री को लेकर कार निर्माता कंपनियां काफी उत्साहित दिख रही हैं। इसी वजह से कई ऑटो कंपनियां भारतीय मार्केट में अपनी कारों के नए-नए मॉडल भारतीय बाजार में लॉन्च कर रही हैं। इसके साथ ही कई कार निर्माता कंपनियां भारतीय मार्केट में बढ़ती कारों की डिमांड को देखते हुए और ज्यादा निवेश करने की भी योजना बना रही है।
इसी कड़ी में भारतीय ऑटो कंपनी महिंद्रा ने एक बड़ा ऐलान किया है। महिंद्रा आगामी 3 साल में बड़ा निवेश करने जा रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, महिंद्रा का कहना है कि अगले 3 साल में 37 हजार करोड़ से ज्यादा की रकम निवेश करेगी। बताया जा रहा है कि कंपनी अपने इस निवेश का आधे से ज्यादा हिस्सा अपनी कारों के नए मॉडल डेवलप करने में खर्च करेगी।
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अगले 3 साल में लॉन्च करेगी 23 कारें:
रिपोर्ट्स के अनुसार महिंद्रा अपने इस 37 हजार करोड़ के निवेश के तहत आगामी 3 साल में 23 कारें लॉन्च करने की योजना बना रही है। बताया जा रहा है कि इन 23 कारों में से 6 तो सिर्फ एसयूवी सेग्मेंट की कारें होंगी। महिंद्रा ग्रुप के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अनीश शाह ने हाल ही इसके बारे में जानकारी देते हुए बताया कि महिंद्रा समूह की आगामी तीन साल में 37,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना है।
साथ ही उन्होंने कहा कि इस निवेश का एक बड़ा हिस्सा वाहन सेगमेंट को जाएगा। अनीश शाह ने जानकारी देते हुए बताया कि कंपनी की योजना है कि वर्ष 2030 तक नौ एसयूवी पारंपरिक इंजन आईसीई वाली, सात इलेक्ट्रिक वाहन और वाणिज्य वाहन 7 हल्के पेश करने की है।
एसयूवी के 6 नए मॉडल करेगी लॉन्च:
इसके साथ ही महिंद्रा का कहना है कि आगामी वर्षों में कंपनी जो 9 आईसीई एसयूवी कारें लॉन्च करेगी, उसमें से 6 मॉडल बिल्कुल नए होंगे। वहीं शेष तीन मॉडल मौजूद कारों के उन्नत वैरिएंट होंगे। महिंद्रा एंड महिंद्रा के तिमाही नतीजों वर चर्चा के दौरान अनीश शाह ने बताया कि कंपनी 37 हजार करोड़ की नगदी अगले तीन वर्षों में लगाने पर विचार कर रही है।
2 साल में लगाएगी 27 हजार करोड़:
उन्होंने बताया कि कंपनी आगामी 2 वित्त वर्षों यानी 2024-25 और 2026-27 के दौरान करीब 27 हजार करोड़ रुपए वाहन खंड में निवेश करने पर विचार कर रही है। इसमें कंपनी मार्केट में बिल्कुल नए मॉडल पेश करने के साथ कंपनी के मौजूदा मॉडल्स के अपग्रेडेड वैरिएंट भी लॉन्च करेगी। इस निवेश में कंपनी 14 हजार करोड़ रुपए आईसीई खंड में खर्च करेगी। इसके साथ ही शाह ने बताया कि 12 हजार करोड़ रुपए कंपनी ईवी यानी इलेक्ट्रिक वाहन खंड में निवेश करेगी।
किसी से पैसे मांगने की जरूरत नहीं:
जब अनीश शाह से सवाल पूछा गया कि इतने बड़े निवेश के लिए कंपनी पैसों का इंतजाम कैसे करेगी। इस सवाल के जवाब में शाह ने बताया कि कंपनी को बाहर से पैसे लेने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। कंपनी का वाहन कारोबार खुद ही नकदी जुटा लेगा। शाह ने यह भी बताया कि वाहन खंड के अलावा कंपनी कृषि और सेवा कारोबार में भी निवेश करेगी।
उन्होंने बताया कि कृषि और कारोबार सेवा में कंपनी 5,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। वहीं महिंद्रा एंड महिंद्रा के कार्यकारी निदेशक और सीईओ (वाहन एवं कृषि उपकरण) राजेश जेजुरिकर ने जानकारी देते हुए बताया कि अगले साल के अंत तक कंपनी की योजना अपनी एसयूवी की मौजूदा 49,000 इकाई विनिर्माण क्षमता को बढ़ाकर 64,000 इकाई प्रति महीने करने की है।