Turtle Ring Benefits: आज के समय में आपने कई लोगों की उंगली में कछुए की शेप वाली अंगूठी देखी होगी। इस अंगूठी को पहनने का चलन आजकल काफी ज्यादा बढ़ गया है। ये अंगूठी देखने में तो आकर्षक लगती ही है। साथ ही इसे पहनना शुभ भी माना जाता है। हिन्दू धर्म में कछुए का संबंध मां लक्ष्मी से माना जाता है। इसलिए इस अंगूठी को पहनने से धन प्राप्ति के मार्ग खुलते हैं। परंतु कछुए की अंगूठी को धारण करते समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए, क्योंकि ये अंगूठी हर व्यक्ति को सूट नहीं करती। तो आइए जानते हैं कौन सी राशियां हैं जिनके लोगों को इस अंगूठी को धारण करने से बचना चाहिए-
कछुए की अंगूठी क्यों है खास-
ज्योतिष शास्त्र में कछुए को भगवान श्रीविष्णु के कच्छप अवतार का स्वरूप माना गया है। पौराणिक कथा के अनुसार इसी अवतार में भगवान विष्णु ने क्षीरसागर के समुद्रमंथन के समय मंदार पर्वत को अपने कवच पर संभाला था। वहीं इस सागर मंथन से मां लक्ष्मी प्रकट हुई थीं। मान्यता है कि कछुए की अंगूठी धारण करने से धन-वैभव की देवी माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
गुस्सा करती है शांत
जो लोग स्वभाव से उग्र होते हैं उन्हें कछुए की अंगूठी पहनने की सलाह दी जाती है। माना जाता है कि इस अंगूठी को धारण करने से उन लोगों का व्यवहार काफी शांत और सौम्य हो जाता है। कछुआ पानी में रहने वाला जीव है और जल का गुण भी शीतलता प्रदान करना है। इसलिए इस अंगूठी को पहनने से व्यक्ति का मन शांत होता है।
इस प्रकार करें ये अंगूठी को धारण-
विद्वानों के मुताबिक कछुए की अंगूठी को धारण करते समय इस बात का ख्याल रखें कि कछुए का मुख आपकी ओर होना चाहिए। तभी धन आपकी तरफ आकर्षित होगा। अंगूठी के कछुए का मुख बाहर की तरफ होने से पहनने वाले व्यक्ति को जीवन में धन एकत्र करने में दिक्कत हो सकती है।
कछुए की अंगूठी इस राशि के लोग न पहनें-
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कर्क, वृश्चिक और मीन राशि के जातकों को कछुए की अंगूठी नहीं धारण करनी चाहिए। इससे इन राशि वालों पर विपरीत प्रभाव पद सकता है, क्योंकि इन तीनों राशियों का संबंध जल तत्व से है। इस अंगूठी को धारण करने से इन लोगों में शीत प्रकृति बढ सकती है और इनका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है।